प्रधानमंत्री मोदी के विदेशी दौरों पर सवाल और तंज करने वाले लोगों के लिए यह खबर निराश कर देने वाली हो सकती है! मोदी की विदेश यात्राओं ने भारत में विदेशी पर्यटन को नया बल प्रदान किया है। पिछले कुछ सालों में भारत के पर्यटन उद्योग में गिरावट देखी गयी थी। लेकिन प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं ने विदेशी पर्यटकों को नया विश्वास दिया है। वह भारत को ज्यादा जानने के लिए भारत आ रहे है ! पर्यटन मंत्रालय से जारी आंकड़ों के अनुसार उन सभी देशों से भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है जिन देशों में प्रधानमंत्री मोदी ने दौरे किए हैं।
आप और हम सभी यह बात जानते हैं की मोदी जी अपनी विदेश यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय से अवश्य मिलते हैं। जिसका सीधा असर भारत के पर्यटन पर पड़ा है ! पर्यटन मंत्री महेश शर्मा के अनुसार मोदी जी विदेशों में रहने वाले अपने देशवासियों से अपील करते है कि वह इन देशों में रहने वालों को भारत के बारे में बतायें और उन्हें भारत जाने के लिए प्रेरित करें। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दो सालों में उज्बेकितान, तुर्केमिस्तान, ईरान सऊदी अरब , मॉरीशस, सेसेल्स और रूस आदि देशों की यात्रा की थी।
आंकड़ों के अनुसार उज्बेकितान से 40.17 फीसदी, तुर्केमेनिस्तान में पीएम की यात्रा के बाद पर्यटकों की संख्या में सबसे ज्यादा 76.76 फ़ीसदी, की बढ़ौत्तरी हुई है,ईरान से आने वाले सैलानियों की संख्या में 33.04 फ़ीसदी,सऊदी अरब से 15.04 प्रतिशत ज्यादा पर्यटक भारत भ्रमण के लिए आये, मॉरीशस और सेसेल्स से आये पर्यटकों की संख्या में क्रमशः 16.42 और 15.03 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। भारत के पडोसी मुल्कों से आने वाली पर्यटकों के आंकड़े भी उत्साहित करने वाले हैं, पकिस्तान,चीन,नेपाल,बांग्लादेश भूटान सभी जगह से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, पाकिस्तान से 29.54 प्रतिशत लोग ज्यादा भारत घूमने आये हैं, इसी तरह नेपाल से 22.39 फीसद लोग,भूटान से लगभग 20 फ़ीसदी पर्यटक और चीन से लगभग 14 प्रतिशत पर्यटक भारत आये हैं।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने इन आकड़ों से उत्साहित होकर कर कहा कि पर्यटन मंत्रालय पर्यटन क्षेत्र में 50 हजार करोड़ का विदेशी निवेश लाने के लिए कार्य कर रहा है। भारत सरकार पर्यटन क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने की तैयारी में है, सितंबर 21 2016 से होने वाले निवेशक सम्मेलन में सरकार ने पचास हजार करोड़ निवेश करने का लक्ष्य रखा है।सत्तर कंपनियों के 144 निवेशक इस सम्मेलन में शामिल होंगे। जहाँ विश्व में पर्यटन के आंकड़े उत्साहित करने वाले नहीं है! वहीं भारत में सैलानियों का आना एक अच्छा संकेत है,मेरे लिए अच्छे दिन यही हैं क्या आपके लिए भी ?