IndiaSpeaksDaily परिवार में शामिल सभी दर्शकों, श्रोताओं, पाठकों और subscribers को ढेर सारी शुभकामनाएं! शुभकामनाएं हिंदी दिवस के साथ-साथ इसी दिन #ISD YouTube Channel के 2 लाख subscribers होने पर।
तीन महीने के बैन, लगातार स्ट्राइक, करीब दो दर्जन वीडियो यूट्यूब द्वारा डिलीट करने, दर्शकों को नोटिफिकेशन न भेजने, यूट्यूब द्वारा वीडियो देखने का सजेशन बंद करने और Viewership Camping के बाद उम्मीद तो नहीं थी, लेकिन हो गया। आगे भी चैनल बचेगा या नहीं, कह नहीं सकते! इसीलिए indiaspeaksdaily.com पर भी अपने वीडियो प्लेटफार्म की मुझे शुरुआत करनी पड़ी, जिसने हमें स्वतंत्र बना दिया।
ISD पर यह सारा बैन वैश्विक करोना संकट की साज़िश और बिल गेट्स फाउंडेशन का पर्दाफाश करने से आरंभ हुआ। और उसके बाद तो चीन, पाकिस्तान, जमात, दिल्ली दंगा, मेवात के वीडियो ढूंढ़ ढूंढ कर डिलीट किए गये और फिर बैन लगा दिया गया।
फिर एक और अमेरिकी वीडियो प्लेटफार्म #Vimo के प्लेटफार्म को करीब एक लाख रुपये सलाना पर खरीदा। वह तो और भी तानाशाह निकला। कहा, आप वैक्सिनेशन के एंगेस्ट हैं, इसलिए नोटिस भेजा और सुशांत सिंह राजपूत की मौत के अगले दिन जब मैंने साबित किया कि यह हत्या है तो पूरा चैनल ही डिलीट कर दिया। पैसे भी नहीं लौटाए।
इस बीच हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत indiaspeaksdaily.com को ही वीडियो/आडियो/लेख के जरिए इतना बड़ा कर दिया कि इसके आगे #ISD का यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज काफी छोटा पड़ गया है। अब इसका App भी शीघ्र आ जाएगा।
और यह सब उन subscribers के कारण संभव हो सका जो कंटेंट की ताकत समझते हुए इसके लिए हर महीने ठीक उसी तरह पे करते हैं जैसे अखबार, डिश या नेटफ्लिक्स आदि के लिए करते हैं। इसके कारण आज ISD में 10 लोग कार्य करते हैं और यह आपने आप में पूरी तरह से स्वतंत्र हो चुका है। इसलिए उन सभी subscribers का विशेष रूप से धन्यवाद, जो समाज को बदलने में कंटेंट की भूमिका को सर्वोपरी समझते हुए इसके लिए Subscription Pay करते हैं।
कंटेंट के लिए पाठकों/दर्शकों द्वारा पे करने का फार्मेट ही मीडिया को स्वतंत्र बनाएगा, अन्यथा कोई लाला, कोई सरकार, कोई कारपोरेट, कोई निवेशक और कोई दानदाता हमेशा मीडिया को अपने चंगुल में जकड़ता रहेगा। आइए स्वतंत्र मीडिया के इस काल को और तेजी से आगे बढ़ाएं। जय हिन्द! पुनः आप सभी का धन्यवाद। आपका सबका #SandeepDeo
view your eye-opening videos. Impressive. I have subscribed for a couple of years. I sent you two books History of Ancient India. I am trying very hard to get in touch with you on your phone. No answer. sent text messages, no answer. Please let me know what is the best time to reach you. US/India time difference makes it more difficult. Is there an Email address?