अर्चना कुमारी। बिंदी लगाने पर स्कूल में प्रताड़ित किए जाने के बाद खुदकुशी करने वाली छात्रा के स्कूल में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का निरीक्षण ! राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने झारखंड की उस स्कूल का दौरा किया । जहां पर बिंदी लगाने पर एक छात्रा को प्रताड़ित किया गया था।
बाद में छात्रा ने आहत होकर खुदकुशी कर ली थी। आयोग के अध्यक्ष का कहना है झारखंड के धनबाद ज़िले के कतरास क्षेत्र का दौरा कर बच्ची की माँ व परिजनों तथा सरकारी अधिकारियों से बातचीत कर तथ्य एकत्रित किए, जिसमें निम्न गम्भीर बिंदु प्रकाश में आए हैं । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का कहना है कि सबसे हैरानी वाली बात यह है कि जिस स्कूल में घटना हुई उसकी मान्यता तक नहीं है। उन्होंने बताया कि स्कूल बग़ैर मान्यता के चलाया जा रहा है।
पुलिस ने जाँच में अनेक लापरवाहियां बढ़ती है जिसको लेकर पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी। स्थानीय पुलिस ने आरोपियों का पुलिस रिमांड तक नहीं माँगा जबकि अभी तक स्कूल में जा कर जाँच ही नहीं की गयी है। प्रियंक कानूनगो ने हैरानी जताई है कि प्रखंड विकास अधिकारी ने हमको पीड़ित परिवार से मिलने से रोकने के लिए झूठ कहा कि परिजन गाँव चले गए हैं जबकि छात्रा के परिजन घर पर ही मौजूद थे ।
सबसे चौंकाने वाला तथ्य था कि एक दलित छात्रा की मौत हुई और पीड़ित अनुसूचित जाति की बालिका थी लेकिन अब तक हरिजन एक्ट की धारा नहीं लगाई गई है। उनका कहना था कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन को विधिसम्मत कार्यवाही हेतु निर्देश दिए गए हैं।दौरे में राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष श्रीमती काजल यादव व सदस्य श्री सुनील कुमार साथ रहे।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले यह सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया था। मृत छात्रा की मां का भी कहना था कि जो मेरी बेटी के साथ हुआ और किसी के साथ ना हो। उन्होंने अपने दुख भरी कहानी बताते हुए आगे कहा कि मेरी बेटी बिंदी लगाकर स्कूल गई थी लेकिन वहां शिक्षिका सिंधु झा ने उसकी बेटी को बहुत बुरी तरह से डांटा। उसने मेरी बेटी को थप्पड़ जड़ दिया ।
मेरी बेटी खुद को अपमानित महसूस करते हुए अचानक से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसने सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उसने स्कूल शिक्षिका तथा प्रधानाचार्य को अपनी मौत का जिम्मेदर ठहराया । जिसके बाद पुलिस ने तेतुलमारी स्थित संत जेवियर्स स्कूल के आरोपी शिक्षिका और प्रधानाचार्य को गिरफ्तार कियाा था। लेकिन मुझे अब तक को इंसाफ नहीं मिला है।