जिसने कभी पत्रकारिता की ही नहीं हो, जो अपना हित साधने के लिए एक परिवार की चाकरी कर पत्रकारिता करने का बस स्वांग रचा हो, इसके बाद भी एक मीडिया संगठन में उसकी तूती बोलती रही हो उसका अर्णब गोस्वामी जैसे निर्भीक पत्रकार के प्रति इतनी नफरत तो होगी ही। मैं बात देश की सेना को संकट में लाने वाली और हाल ही में कपिल सिब्बल के लगे पैसे से हार्वेस्ट न्यूज चैनल की प्रमुख एंकर बरखा दत्त की बात कर रहा हूं। वह अर्णब गोस्वामी के प्रति नफरत में इतनी अंधी हो गई है कि पराकांतर से उन्हें गिरफ्तार करने तक को कहा है। यह नफरत यूंही नहीं है। एक समय था जब एनडीटीवी जैसे मीडिया हाउस में वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और बरखा दत्त की तूती बोलती थी। लेकिन अर्णब गोस्वामी के आने के बाद इनलोगों का पत्रकारिता से पटाक्षेप हो गया है। क्योंकि अर्णब गोस्वामी इन लोगों जैसे किसी परिवार की चाकरी नहीं बल्कि वास्तविक पत्रकारिता कर रहे हैं। मालूम हो कि शशि थरूर की तीसरी पत्नी सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध हत्या के मामले को उठाने को लेकर अर्णब गोस्वामी और उनके न्यूज चैनल रिपब्लिक टीवी के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया गया है। अपनी पत्नी की हत्या मामले में फंसे शशि थरूर ने गोस्वामी और रिपब्लिक के खिलाफ दस्तावेज चोरी करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर करने की मांग पर कोर्ट ने यह निर्देश दिया है।
This man has routinely tarnished journalists and even called for their trial and arrest. I wont shed a tear for him facing criminal action for his dangerous, communal and vile reportage. https://t.co/9XRKwRXpS1
— barkha dutt (@BDUTT) February 10, 2019
बरखा दत्त जैसी पत्रकार अर्णब गोस्वामी के खिलाफ शशि थरूर जैसे संदिग्ध नेता द्वारा कार्रवाई करने से काफी उत्साहित है। उसने अपने ट्वीट के माध्यम से गोस्वामी को गिरफ्तार करने तक की बात कह दी है। जिस बरखा दत्त पर देश की सेना पर संकट खड़ा कर पाकिस्तानी में बैठे आतंकवादियों को अनायास सहयोग करने का आरोप है उसने अर्णब गोस्वामी पर पत्रकारों की छवि धूमिल करने से लेकर उन्हें गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ केस चलाने की मांग करने का आरोप लगाया है। बरखा दत्त ने एक प्रकार से अर्णब गोस्वामी के खिलाफ शशि थरूर की कार्रवाई का समर्थन किया है। उन्होंने ने लिखा है कि इस प्रकार के खतरनाक, सांप्रदायिक तथा नीच रिपोर्टिंग करने वाले अर्णब गोस्वामी को आपराधिक मामला सामना करना ही चाहिए।
Totally agree. Has totally destroyed TV news in his demented jealousy of Rajdeep and Prannoy
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) February 11, 2019
बरखा दत्त ही क्यों राजदीप और प्रणय राय जैसे बड़े स्वधन्यमान पत्रकार भी गोस्वामी के खिलाफ हैं। इसका सबूत स्वयं राजदीप सरदेसाई की पत्नी और पत्रकार सागरिका घोष ने अपने ट्वीट के माध्यम से दे दिया है। उन्होंने ज्योति मल्होत्रा के एक ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा है कि अर्णब गोस्वामी ने पूरी टीवी न्यूज को बर्बाद कर के रख दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिख ाहै कि अर्णब गोस्वामी ने राजदीप सरदेसाई तथा प्रणय राय से ईर्ष्या करने की वजह से पूरी टीवी न्यूज को ही बर्बाद कर दिया है।
बरखा दत्त हो या सागरिका घोष सभी ने अर्णब गोस्वामी के खिलाफ बोलकर अच्छी पत्रकारिता का सबूत नहीं दिया है बल्कि चाकरी के बदले अपने आकाओं का हुकूम ही बजाया है।
This man is being tried for his reportage on the murder of a politician’s wife who belongs to the same party that has pumped direct funds into Harvest TV.
This tweet reeks of @BDUTT ‘s insecurity &viciousness.
Last, communal are those who have muted KP stories in Kashmir. https://t.co/VrXHqPU2DT
— शुभ्रास्था (Shubhrastha) (@Shubhrastha) February 10, 2019
बरखा दत्त के अर्णब गोस्वामी के खिलाफ किए गए ट्वीट का जवाब देते हुए एक वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका सुभ्राष्था ने लिखा है कि जिस शशि थरूर की पत्नी की हत्या पर रिपोर्टिंग करने के लिए अर्णब गोस्वामी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है, उन्हीं की पार्टी यानि कांग्रेस का हार्वेस्ट टीवी में पूरा पैसा लगा हुआ है। इस संदर्भ में बरखा दत्त ने जो ट्वीट किया है वह उसकी विद्रुपता के साथ उसकी असुरक्षा को ही दर्शाता है। अपने ट्वीट के माध्यम से बरखा दत्त को सांप्रदायिकता पर आईना दिखाते हुए लिखा है कि असली सांप्रदायिक तो वे हैं जिन्होंने कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हुए अन्याय की खबरों को ही को दबा दिया है।
Besides, i expect you to sing paens of journalistic integrity for this secular propagandist @MrinalPande1 because National Herald and Harvest TV are funded by the same guards of Indian democracy.
What Mrinal tweeted is racist, vile and communal @BDUTT but i don’t expect much! pic.twitter.com/NiNyQP1N1Q
— शुभ्रास्था (Shubhrastha) (@Shubhrastha) February 10, 2019
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में भी बरखा दत्त को सांप्रदायिकता और धर्मनिर्पेक्षता का पाठ पढ़ाया है। बरखा दत्त अर्णब का नहीं बल्कि मृणाल पांडेय जैसी स्वघोषित धर्मनिर्पेक्ष प्रचारक की जयगान करेंगी। क्योंकि जिस नेशनल हेराल्ड में मृणाल पांडेय चाकरी करती हैं और जिस हार्वेस्ट टीवी बरखा दत्त चाकरी करती हैं इन दोनों मीडिया संस्थानों के एक ही ‘मालिक’ है। कहने का मतलब साफ है कि दिखाने के लिए ये दोनों काम भले ही अलग संस्थान के लिए कर रहे हों लेकिन उद्देश्य एक ही है कि अपने ‘मालिक’ को बचाना और आगे बढ़ाना है। सुभ्राष्था ने लिखा है कि पिछले दिनों मृणाल पांडेय ने जो ट्वीट किया था दरअसल वही नस्लवादी, नीच तथा सांप्रदायिकता है। लेकिन बरखा दत्त से इससे अधिक की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
अर्णव के प्रति नफरत की पराकाष्ठा, और शायद उसकी सफलता से उत्पन्न हताशा! https://t.co/xy6u3pe3q4
— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) February 11, 2019
अर्णब गोस्वामी के खिलाफ बरखा दत्त के ट्वीट पर जवाब देते हुुए इंडिया स्पीक्स डेली के संस्थापक संपादक संदीप देव ने लिखा है कि बरखा दत्त असल में अर्णब गोस्वामी की सफलता से हताशा महसूस कर रही है। शायद इसलिए वह उनके प्रति नफरत की पराकाष्ठा पार कर चुकी है।
जो बरखा दत्त गोस्वामी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया चलने से खुश होकर उन पर सांप्रदायिक पत्रकारिता करने का आरोप लगाया है, उसे अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। क्या देश की सेना को संकट में डालकर अपने पड़ोसी दुश्मन देश पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को मदद पहुंचाना पत्रकारिता है? कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के खिलाफ हुए अन्याय की खबर को दबा देना पत्रकारिता है? अपने हित के लिए जिंगदी भर गांधी परिवार की चाकरी और चापलूसी करना पत्रकारिता है? कठुआ कांड के तहत देश और हिंदुओं को बदनाम करने के लिए साजिश के तहत अभियान चलाना पत्रकारिता है?
ध्यान रहे कि शशि थरूर ने दस्तावेज चुराने की शिकायत कर रिपब्लिक टीवी या अर्णब गोस्वामी पर नहीं बल्कि पूरी पत्रकारिता पर चोरी की तोहमत लगाने का दुस्साहस किया है। बरखा दत्त सही में पत्रकारिता की होती तो आज शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आवाज उठाती, लेकिन बिकाऊ पत्रकार की आवाज सुनी नहीं जाती उसे आदेश दिया जाता है। बरखा दत्त अपने आकाओं का उसी आदेश का पालन करने में जुट गई है।
URL : Instead of raising voice against Shashi Tharoor, Barkha ran on Arnab!
Keywords: congress, fakenews, Barkha, Arnab