
मीठी पानी में सबूत तलाशती जांच एजेंसी!
Archana Kumari. एंटीलिया और मनसुख मौत मामले को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी सबूत इकट्ठा करने में जुटी हुई है। सूत्रों की मानें तो दोनों मामले को लेकर तथ्यों को क्रमवार जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है जबकि इस घटना को लेकर फंदे में फंसे सचिन वाझे की निशानदेही पर मीठी नदी में फेंके गए कई सबूत इकट्ठा किए गए। संभव है आने वाले दिनों में दोनों मामलों का खुलासा कर दिया जाए और इसका ठिकरा सचिन गैंगस पर फोड़ते हुए कुछ बड़े गुर्गों को का नाम छिपा लिया जाए।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अनुसार दोनों मामलों में आरोपी मुंबई पुलिस के निलंबित एपीआइ सचिन वाझे को साथ लेकर रविवार को एनआइए ने मीठी नदी में फेंके गए कई सबूत इकट्ठा किए। इनमें वाहनों की दो नंबर प्लेट, लैपटॉप, हार्ड डिस्क कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस शामिल हैं।
सचिन वाझे उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट विस्फोटक लदी स्कार्पियो खड़ी करने व इसी स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामलों में आरोपी है। इन दोनों मामलों से जुड़े कई सबूत उसके लैपटाप, सीपीयू व उसकी सोसायटी में लगे सीसीटीवी के डीवीआर में थे। बताया जा रहा था कि सचिन ने ये सबूत नष्ट कर दिए थे।
अब दोनों मामलों की जांच एनआइए के हाथ में आ जाने के बाद एनआइए की एक टीम वाझे को लेकर बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स स्थित मीठी नदी के एक पुल पर गई और गोताखोरों को नदी में उतारकर कंप्यूटर के दो सीपीयू, सीसीटीवी के दो डीवीआर, एक लैपटाप, तथा वाहनों की दो नंबर प्लेटें आदि बरामद कीं।
सूत्रों के अनुसार, ये सभी सामान जांच के लिए केंद्रीय फॉरेंसिक लैब भेज दिए गए हैं। इससे पहले जांच एजेंसी मनसुख हत्याकांड में वाझे को लेकर ठाणे के रेतीबंदर इलाके में जा चुकी है, जहां से मनसुख का शव मिला था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि नदी से दो नंबर प्लेट बरामद हुए हैं, दोनों पर एक ही नंबर लिखा है।
जांच एजेंसी का माना है कि ये सारी चीजें एंटीलिया और मनसुख हिरेन केस से जुड़ी हैं जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी करीब 3.15 मिनट दोपहर पर सचिन को लेकर मीठी नदी पर आई थी। यहां पहुंचने के बाद 11 गोताखोरों की टीम को नदी में उतारा गया। नदी से निकाले गए सारे सबूतों को वीडियोग्राफी भी कराई गई।
इनमें रजिस्ट्रेशन संख्या MH20 FP1539 नंबर की दो नंबर प्लेट भी मीठी नदी के अंदर से मिली । गोताखोरों को मेटल डिटेक्टर भी दिया गया, जिससे उन्हें मेटल की चीजें ढूंढने में मदद मिले। पहली बार में करीब 1 घंटा 45 मिनट तक सर्च ऑपरेशन चला।
इस दौरान गोताखोरों को कुल 16 चीजें मिली हैं, जिसमें 2 सीपीयू, एक प्रिंटर, दो नंबर प्लेट, कई डीवीआर, हार्ड डिस्क और एक लैपटॉप शामिल है। थोड़ी देर रुकने के बाद दोबारा से गोताखोरों की टीम पानी में उतरी और कई अन्य सबूत जुटाए। दूसरे दिन भी यह सिलसिला चला और कई अन्य सामान जब्त किए गए ।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि सचिन कुछ भी बताने से इनकार कर रहा लेकिन इसके बाद मनसुख हिरेन मर्डर केस में पकड़े गए तीनों आरोपी सचिन , बुकी नरेश और विनायक शिंदे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की और इसी पूछताछ में सचिन ने सबूत मिटाने की बात कुबूली। उसने खुलासा किया कि सबूत नदी में फेंके गए और इसी के बाद सचिन को लेकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी।
इसमें जांच एजेंसी ने जिस दुकान से नंबर प्लेट बनवाई थी, उस दुकान का रजिस्टर भी जब्त किया गया और इसके अलावा जब सचिन के पास इस केस की जांच थी, तो उसने जहां-जहां से और जिस-जिस दुकान से सबूत लेकर मिटाए थे, उन्हें बरामद किया गया । जांच एजेंसी ने कुछ प्रिंटर और रजिस्टर भी बरामद किए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये सबूत काफी अहम है और कोर्ट में मान्य हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी अब ये सारे सबूत जो उसके हाथ आए हैं उन्हें ऐक्टिव कैसे किया जाए इसकी कोशिश करेगी। यह जानने की कोशिश करेगी कि कहीं ये वही प्रिंटर तो नहीं जिनसे वाजे ने धमकी भरे पत्र का प्रिंट निकाला था और उसे अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक कार में रखने गया था।
जांच एजेंसी का कहना हैै कि नदी से जो सबूत मिले हैं, कई राज़ खोलने में काम आ सकते हैं और इस बीच एक नया सीसीटीवी फुटेज जाकर जांच एजेंसी के हाथ लगा हैै जिसमें सचिन का सहकर्मी पुलिस कर्मी रियाज काजी एक नंबर प्लेट बनाने वाली दुकान में घुसते हुए दिखाई दे रहा है।
मुंबई के विक्रोली इलाके के बंटी रेडियम नाम की इस दुकान में वो दुकान के मालिक से थोड़ी देर बात करता है और अपने साथ कुछ डीवीडी और कंप्यूटर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है । कहा जाता है कि इन चीजों में कई सबूत मौजूद हैं जिन्हें काजी ने बाद में सचिन के साथ मिलकर मीठी नदी में फेंक दिया था।
आरोप है कि फर्जी नंबर प्लेट दिलवाने में सचिन की मदद काजी ने ही की थी और जो सबूत हाथ लगे हैं, उनकी जब जांच की जाएगी तो कई नए खुलासे सामने आएंगे |
नदी से क्या-क्या मिला?
2 नम्बर प्लेट
2 सीपीयू (एक टूटा हुआ)
1 प्रिंटर
1 लैपटॉप
1 यूएसबी वायर
मोबाइल फोन कवर
कार्ट्रिज
2 हार्ड डिस्क , डी बी आर, सी डी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि
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