इसे कुछ कुछ् विडंम्बना की परकाष्ठा ही कहेंगे कि किसी आपदा से मौत का भय इतना अधिक होता है कि दूसरों के लिये मौत का सामान बिछाने वाले भी भयभीत हो उठते हैं.
कुछ ऐसा हे हाल है इस समय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का. कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिये जहां दुनिया भर के देश जूझ रहे हैं, वहीं इस्लामिक स्टेट ने भी इससे बचने के लिये एक ट्रैविल अड्वाइज़री जारी की है. उसने अपने अंतर्गत काम कर रहे लोगों को फिलहाल ऐसे देशों से दूर रहने को कहा है जहां कोरोना वायरस का प्रकोप बहुत अधिक है. यानि कि यूरोपीय देशों सहित अब अन्य कई देशों में भी फिलहाल इस्लामिक स्टेट किसी भी आतंकवादी हमले या गतिविधि को अंजाम नहीं देगा.
इस्लामिक स्टेट ने कोरोना वायरस को लेकर यह ट्रैविल अड्वाइज़री अपने न्यूज़लेटेर के ज़रिये जारी की है जिसमे कोरोना वायरस को ‘ईश्वर की भेजी गयी यातना’ बताया गया है. यूरोपीय देशों से दूर रहने के साथ साथ इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों को इस न्यूज़्लेटर के ज़रिये कोरोना वायरस की आपदा से सावधानी बरतने के सारे सामन्य निर्देश दिये गये हैं जैसे कि साफ सफाई रखना, य्दि वे बीच रात में भी उठते हैं, तो भी हाथ धोना, इत्यादि.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप को कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी का केंद्र घोषित कर दिया है. इटली, स्पेन सरीखे कई यूरोपीय देशों में इसका कहर बरपा है. इटली और स्पेन में तो हज़ारों लोग अपने घरों में स्वेच्छा एक तरह से नज़रबन्द हैं. स्पेन में लोगों की सामाजिक गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग गया है, जैसे कि एक दूसरे से मिलना, साथ घूमना, खाना पीना, इत्यादि. यहां लोग सिर्फ काम से या फिर खाना और द्वाइयां खरीदने के लिये अपने घरों से बाहर निकल सकते हैं. यूरोप के अलाव कोरोना वायरस का सबसे ज़्यादा कुप्रभाव ईरान पर पड़ा है जहां इस आपदा के चलते 700 से भी अधिक लोगों की मौत हो गयी है.