पारस जैन। सर्वे टीम वजूखाने के पास पहुंची जहाँ वजू खाने में लबालब पानी भरा हुआ था
जैसे ही वजू खाने की जांच की बात हुई तो मुस्लिम पक्ष थोड़ा विरोध करने लगा, ध्यान भटकाने की कोशिश हुई और पानी कम किया तो मछलियों की मौत हो जाएगी का कुतर्क दिया गया
यह विरोध देख कर हिन्दू पक्ष का शक और बढ़ गया
इसके बाद अधिकारियों से बात की गई और सर्वे के तीसरे दिन वजू खाने का पानी कम करवाया गया
अब शक यकीन में बदल गया
चमत्कार हो गया, बाबा नजर आने लग गए
पर ये क्या बाबा गंदगी में सने हुए थे, गंदगी और काई में लथपथ बाबा
ऐसे में नगर निगम वाराणसी के कर्मचारी की बारी थी
बाबा को साफ करने के लिए ब्लिचिंग पाउडर की बात हुई पर फिर कही ब्लीचिंग पाउडर से मछलियां न मर जाये इसलिए पिसी हुई चीनी को मंगवाया गया
इन सफाई कर्मचारियों ने फिर उस चीनी से मल मल कर बाबा को साफ किया
काला चमकदार शिवलिंग अब सामने था, बाबा भव्य रूप में प्रकट हो चुके थे
सोचिये क्या किस्मत है इन लड़को की
बाबा का अभिषेक किया चीनी से 350 साल बाद तो किसी राजा, महाराजा या करोड़पति ने नही बल्कि इन आम लड़को ने
मछलियों की मृत्यु न हो इसका भी ख्याल ऱखा गया जबकि यह मौका कितना खास था लेकिन उसके बाद भी अधीरता में सनातन के संस्कार नही तोड़े गए
बाबा कब किससे क्या करवा दें यह उनके अलावा कोई नही जानता
(पूरा लेख विष्णु शंकर जैन और हरि शंकर जैन के बाइट पर आधारित)
हर हर महादेव जय श्री राम