आईएसडी नेटवर्क। कंगना रनौत एक नए विवाद में कूद पड़ी हैं। फिल्म निर्देशक एस.एस.राजामौली के एक बयान पर उनका बचाव करने के लिए कंगना ने राइट विंग यूज़र्स से दुश्मनी मोल ले ली है। राजामौली ने धर्म को आडंबर बताया था लेकिन अपनी प्रेरणा रामायण और महाभारत को ही बताया था। ऐसे विवादों में कूदने के लिए प्रसिद्ध कंगना ने अपने ऑफिशियल ट्विटर से एक पोस्ट डाली और उसके बाद भूचाल सा आ गया।
एक इंटरव्यू में एस.एस.राजामौली ने कहा कि उनका पूरा परिवार धार्मिक है। उन्होंने कहा कि वे भी अपने परिवार के मार्ग पर थे। वे तीर्थ यात्रा पर जाते थे। भगवा वस्त्र धारण करते थे और सन्यासी की तरह रहने लगे थे। इसके बाद वे कुछ समय के लिए ईसाई भी बन गए थे। राजामौली ने कहा कि इन सबने उन्हें महसूस कराया कि धर्म अनिवार्य रुप से एक शोषण है। इस बयान के बाद राइट विंगर्स के एक उग्र समूह ने राजामौली के विरुद्ध माहौल बनाना शुरु कर दिया। इसके बाद प्रकरण में कंगना रनौत की एंट्री हुई।
कंगना ने ट्वीट पर लिखा ‘ओवररिएक्ट होने की कोई जरूरत नहीं है, हर जगह भगवा झंडी लेकर चलना ठीक नहीं है, हमारे कार्य शब्दों से अधिक जोर से बोलते हैं। मैं राजामौली सर के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं करुँगी। जो बारिश में एक लौ की तरह हैं, एक प्रतिभाशाली और राष्ट्रवादी हैं।’ हालाँकि अब इस तरह के बयानों पर अधिक प्रतिक्रिया नहीं होती, जैसी कंगना रनौत ने दी है। राजामौली का विरोध कोई बड़े स्तर पर नहीं हो रहा है।
कुछ समय पहले देश के प्रधानमंत्री ने अप्रवासी भारतीयों के बीच कह दिया था कि ‘आप ही तो है Incredible India और क्या है? क्या उन पत्थरों और मूर्तियों में Incredible इंडिया है क्या ?’ प्रधानमंत्री के इस बयान का उस समय राइट विंगर्स के एक गुट और संत समाज की ओर से विरोध किया गया था। हालाँकि विरोध अधिक नहीं चल सका था। कंगना रनौत का कॅरियर इस समय डगमगाया हुआ है। सन 2019 में कंगना की ‘मणिकर्णिका : द क़्वीन ऑफ़ झाँसी’ औसत रुप से सफल रही थी।
फिल्म अपनी लागत से कुछ अधिक वसूल सकी थी। इसके बाद कंगना की पांच फ़िल्में लाइन से पिट गई। अब उनकी उम्मीद ‘इमरजेंसी’ पर जा टिकी है। ‘इमरजेंसी’ इंदिरा गाँधी द्वारा लगाए गए आपातकाल पर आधारित है। फिल्म को कंगना रनौत ने ही निर्देशित किया है। इस ऑफ बीट फिल्म के टिकट खिड़की पर चलने की संभावना आंशिक ही है। ऐसे में कंगना रनौत के लगातार बयान उनकी नई फिल्म की ओपनिंग को प्रभावित कर सकते हैं।
राइट विंगर्स का एक बड़ा तबका उस समय कंगना रनौत के साथ हो गया, जब उन्होंने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ललकारा था। उस समय कंगना के चुनाव लड़ने की बात तक कही जा रही थी। इसके बाद सन 2022 में कंगना ने एकता कपूर के साथ एक रियलिटी शो ‘लॉकअप’ के लिए हाथ मिलाया। कंगना ने उस शो को होस्ट किया। शो के कंटेंट और प्रस्तुतिकरण ने कंगना की अब तक बनी स्ट्रांग इमेज को धक्का पहुंचाया।
इस शो में विवादित स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारुक़ी भी बतौर प्रतियोगी शामिल हुए। मुनव्वर पर हिन्दू धर्म के प्रति आपत्तिजनक कंटेंट प्रस्तुत करने का गंभीर आरोप है और राइट विंगर्स उनका विरोध करते आए हैं। इस शो में विजेता भी मुनव्वर को ही घोषित किया गया था। इस शो के बाद राइट विंगर्स में कंगना की लोकप्रियता तेज़ी से नीचे आने लगी थी। अब उनका नया बयान राइट विंगर्स को चिढ़ाने वाला सिद्ध हो रहा है।