अर्चना कुमारी। हरे टिड्डे अब कांवरिया बनकर भी लूटपाट कर रहे हैं । पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो राजधानी स्थित उत्तरी और मध्य जिला में एक ही दिन में लूटपाट और झपटमारी की 9 वारदात को अंजाम दिया था । इनमें से तीन बदमाश को शाहदरा जिला स्पेशल स्टाफ पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दबोचा है। एक अन्य बदमाश को बाद में गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की पहचान गैंग सरगना नसीम उर्फ वाहिद उर्फ अन्ना (27), जिशान (24), फिरोज उर्फ बोना (24) और जफर (30) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी के 11 दोपहिये वाहन, एक पिस्टल, तमंचा, पांच कारतूस, छह मोबाइल फोन, सोने की एक चेन और आठ कीमती घड़ियां बरामद की। पुलिस का दावा है कि नसीम उर्फ वाहिद के खिलाफ झपटमारी और लूटपाट के 45 मामले दर्ज हैं।
आरोप है कि 11 अगस्त को आरोपियों ने मध्य और उत्तरी दिल्ली में एक ही दिन में नौ वारदातों को अंजाम दिया था और शिकार हुए लोगों को पिस्टल के बल पर लूट लिया गया था। सावन के दौरान आरोपी लगातार कांवड़ियों के वेश में वारदातों को अंजाम दे रहे थे और उन लोगों ने कई कांवरियों को भी लूटा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शाहदरा जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम तड़के आनंद विहार इलाके में क्रॉस रीवर मॉल के पास तैनात थी।
इस बीच टीम को सूचना मिली कि तीन बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की नियत से इलाके में आने वाले हैं। इस तरह की सूचना के बाद पुलिस ने टीम ने सुबह करीब 4.35 बजे स्कूटी और बाइक पर तीन लड़कों को आते हुए देखा। जैसे ही उनको रुकने का इशारा किया। एक बदमाश ने अचानक पुलिस टीम पर गोली चला दी। गोली बैरिकेड पर लगी।
इसके बाद एसआई प्रशांत ने भी जवाब में हवाई फायरिंग की। बाद में नसीम, जिशान और फिरोज को मौके से दबोच लिया गया। इनके चौथे साथी जफर को भी सीलमपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों ने बताया कि यह लोग पहले वाहन चोरी करते थे। इसके बाद उस पर सवार होकर वारदातों को अंजाम देते थे।