नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की छापेमारी की कार्रवाई के बाद ऐसा लगा था कि फिल्म उद्योग में संचालित हो रहे अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का खुलासा होगा और कई सितारों के चेहरों से मुखौटा उतर जाएगा। देश के लोगों को पहली बार लगा था कि सिस्टम से कुछ उम्मीदें लगाई जा सकती है। एनसीबी का अभियान थमते ही बॉलीवुड अब पुनः लामबंद होने लगा है।
एक साल पहले फिल्म उद्योग के कुछ सितारों ने देश के प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी खिंचवाकर उनकी अपार लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश की थी। अब अपने काले हुए चेहरों को चमकाने के लिए एक बार फिर मोदी के नाम का सहारा लिया जा रहा है। इस गोरखधंधे को देखकर देश के लोग आक्रोशित हैं लेकिन उनका आक्रोश कोई नहीं देख पा रहा है।
दीपिका पादुकोण का नाम शाहीनबाग स्टैंड में ही खराब हो चुका था और ड्रग्स एंगल में नाम आने के बाद उसकी मार्केट वेल्यू ज़ीरो रह गई है। दीपिका के पति रणवीर सिंह ने बहुत दिनों बाद ट्वीटर पर चुप्पी तोड़ते हुए नरेंद्र मोदी के कोविड-19 के खिलाफ जागरुकता अभियान की प्रशंसा कर बताया है कि वे इस अभियान में मोदी के साथ हैं।
रणवीर एनसीबी की उस कार्रवाई की प्रशंसा तो कर नहीं सकते थे, जिसमे उनकी ड्रगिस्ट पत्नी को एनसीबी के सामने जाकर झूठे जवाब देने पड़े थे। रणवीर तो सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के बाद भी खामोश थे। ऐसे ही एनसीबी में करण जौहर का नाम आया तो वह भी मोदी की शरण में गया।
करण जौहर 2 अक्टूबर को एक ट्वीट डालता है। ट्वीट में वह कहता है कि देश की स्वतंत्रता के 75 साल पुरे होने पर हम देश की संस्कृति पर काम करना चाहते हैं। करण राजकुमार हिरानी द्वारा बनाए गए एक वीडियो का हवाला देता है, जो उसने महात्मा गाँधी पर बनवाया था। इस वीडियो को ये धूर्त फिल्म बताता है।
ये मोदी जी से देश की संस्कृति की बात करता है, जबकि इसकी फिल्मों में तो ऐसा कुछ नहीं दिखता। हाल ही में इसकी फिल्म गुंजन सक्सेना में भारतीय वायुसेना के चरित्र पर ही ऊँगली उठा दी गई थी। एनसीबी के जाल में फंसने के बाद इसे देश और संस्कृति याद आ रही है। मोदी के विशालकाय कद के पीछे अभी छुपने वाले और भी आ सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का कद जितना विशाल है, उतने ही वे अपने कद के बारे में अनजान हैं। जब समस्त देश बॉलीवुड से घृणा करने लगा हो तो ऐसे में करण जौहर के ट्वीट का जवाब देना देशवासियों को नाराज कर सकता है। उनका अक्षय कुमार के माफ़ी वाले वीडियो पर जाकर कमेंट करना ठीक नहीं था। ये काम पीएमओ या प्रकाश जावड़ेकर द्वारा किया जाना चाहिए था।
देशवासी मोदी जी को ऐसे बदनाम सितारों को ट्वीट करते नहीं देख पा रहे हैं। यदि बॉलीवुड पर एनसीबी का शिकंजा ढीला पड़ता है या ये अभियान समाप्त कर दिया जाता है तो ऐसी स्थिति में बॉलीवुड के कुछ निर्माता-निर्देशक इस विषय पर जल्दी ही फिल्म की घोषणा कर देंगे। अनुभव सिन्हा, अनुराग कश्यप, सलमान खान या आमिर खान कैम्प से ये घोषणा की जा सकती है।
बॉलीवुड अपनी कमीज पर लगा दाग एक फिल्म से आसानी से धो सकता है। वे भारत सहित संपूर्ण विश्व को समझा सकते हैं कि ड्रग्स के विरुद्ध सरकार का अभियान एक षड्यंत्र था। और मज़े की बात ये है कि फिल्म बनाने वाले और फिल्म में काम करने वाले वहीँ लोग होंगे, जो मुसीबत आने पर मोदी की पीठ के पीछे जाकर छुप जाते हैं। उनको मालूम है कि ये सुरक्षित और मजबूत पीठ उनको देश के गुस्से से बचा सकती है।
सही कह रहे हैं
Clear & honest analysis Sri S Deo/ISD = the mahisasur sena really run a urdu style corrupt govt. pLEASE pappu and pagli follow jihadist/commie style totally deaf/blind &dumb and anti Nationalist- a 24 houir block from FB = so this is re the https://www.indiaspeaksdaily.com/isdlive/?fbclid=IwAR2gajzu8jYdby4BAmOcF4-DtIhUh1iINv-tKVsR1QSS1SrKamfoXxhHFs0