संदीप देव। 600 करोड़ के रिश्वखोर अधिकांश न्यूज चैनलों और अखबारों ने HC द्वारा केजरीवाल सरकार को मिली फटकार को न सिर्फ अंडरप्ले किया, बल्कि सोर्स बताते हैं कि कुछ वरिष्ठ पत्रकारों ने केजरीवाल को यह सलाह भी दी कि वो सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों और टाटा-अंबानी जैसे कारपोरेट को ऑक्सीजन के लिए पत्र लिखें, जिससे चैनल और अखबार का हेडलाइन बदल जाएगा और HC वाली खबर दब जाएगी।
देखिए HC ने ऑक्सीजन रहते केजरीवाल सरकार द्वारा उसे मरीजों तक न पहुंचाने की अक्षमता पर सवाल उठाया है। अब अंबानी-अडाणी ऑक्सीजन दे भी दे तो यह आदमी उसे मरीजों तक पहुंचाने में अक्षम है। यह सिर्फ अपने रिश्वत के भरोसो मीडिया के साथ मिलकर खेल कर रहा है।
अब तथ्य देखिए, RTI से खुलासा हुआ है कि पिछले तीन महीने में केजरीवाल ने मीडिया को 150 करोड़ की रिश्वत (विज्ञापन के रूप में) दी है, जबकि 201 करोड़ में देश भर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फंड पीएम केयर से जारी हुआ। यानी केजरीवाल ने जितना पैसा विज्ञापन में फूंका उससे दिल्ली में कितने ही ऑक्सीजन प्लांट लग जाते।
दूसरा, जब HC की फटकार लगी तो उसे अंडरप्ले करने के लिए 6 घंटे में केजरीवाल ने आजतक जैसे चैनलों को धड़ाधड़ 15 विज्ञापन जारी किए, जिसका नतीजा यह हुआ कि दिल्ली की नाकामी भी न्यूज चैनल मोदी सरकार पर फोड़ने लगे और HC का आदेश गौण कर दिया! राजीव शुक्ला के न्यूज 24 ने तो डॉक्टर द्वारा केजरीवाल सरकार की अक्षमता वाले वीडियो को ही डिलीट कर दिया।