अर्चना कुमारी। भ्रष्टाचार मिटाने का वादा करके राजनीति में आए अरविंद केजरीवाल के खासम खास मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। उनकी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी हुई। प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता की कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन मामले में यह कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि फर्जी कंपनियों के जरिये आए पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था। बताया जाता है कि सत्येंद्र जैन से इस मामले में काफी समय से पूछताछ चल रही थी।
हाल में प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येंद्र जैन की फैमिली से जुड़ी 4.81 करोड़ की संपत्तियों को जब्त कर लिया था। लगभग 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन से संबंधित हैं।
इस रकम का इस्तेमाल जमीन की खरीद दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के वास्ते लिए गए कर्ज की अदायगी के लिए किया गया था। कुर्की आदेश में नामित व्यक्ति जैन के सहयोगी और परिवार के सदस्य हैं। सत्येंद्र जैन के खिलाफ धनशोधन का ईडी का मामला अगस्त 2017 में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से उनके और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी से जुड़ा है। उनके इस गिरफ्तारी पर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में ठन गई है।
सांसद मनोज तिवारी का कहना है कि केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया है, वो भी हवाला कारोबार के मामले में। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि वह यह जानना चाहते हैं कि आखिर क्या केजरीवाल के मंत्री ईमानदार हैं। दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि सत्येंद्र जैन हवाला कांड कर रहे थे, उसके पीछे कौन है मास्टरमाइंड और कौन है हवाला कारोबार करने में शह दे रहा था। उन्होंने इस मामले में नैतिकता के आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस्तीफा देने की मांग की ।
उनका यह भी कहना था कि जो केजरीवाल दुनिया को ईमानदारी सिखा रहे हैं, उनके अपने नेता ही हवाला कारोबारी निकल रहे हैं। क्या यह पूरी टीम और केजरीवाल का यह पूरा कुनबा नैतिकता से इसकी जिम्मेदारी लेगा। गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब में भी विजय सिंगला नामक मंत्री को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया गया था और बाद में उनकी गिरफ्तारी की गई थी ।
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि सत्येंद्र जैन के करीबी लोगों का कुछ ऐसी कंपनियों से रिश्ता था, जिनकी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत जांच चल रही थी और आरोपों की सत्यता के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि सत्येंद्र जैन दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री हैं। वह शकूर बस्ती से आम आदमी पार्टी के विधायक है । उनकी गिरफ्तारी पर पूर्व आप नेता कुमार विश्वास टिप्पणी करते हुए कहा कि जब यह मामला पहली बार आया था तो मैंने भरी PAC में सत्येंद्र जैन से जवाब मांगा था।
बौने ने उसे सपत्नीक मेरे सामने रोने-धोने के लिए बिठाया। मैंने कहा निजी सम्बन्ध अपनी जगह पर इसका जवाब दो तो आजकल पंजाब का वसूली-प्रमुख बना नया “चिंटू” कागज फैलाकर बोला “सर मैं CA हूं, कोई गड़बड़ नहीं है”। लेकिन दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने सत्येंद्र जैन का बचाव करते हुए कहा कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है। अभी तक कई बार ED बुला चुकी है।
बीच में कई साल ED ने बुलाना भी बंद कर दिया था क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं। हिमाचल में बीजेपी बुरी तरह से हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल न जा सकें। जैन कुछ दिनों में छूट जाएंगे क्योंकि केस बिलकुल फर्जी है। सनद रहे कि सतेंद्र जैन पर पहले भी कई तरह के आरोप लग चुके है। उनकी बेटी सौम्या जैन को जब दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के लिए सलाहकार बनाया गया था, तब भी खूब हंगामा हुआ था।