बलात्कार के आरोपी विशप पर सालों सोता रहा चर्च जब जागा तो एक निर्दोष सिस्टर को ही बर्खास्त कर दिया, लेकिन जल्दी का काम शैतान का वाली कहावत उसे जल्द ही याद आ गई और अंत में एक निर्दोष सिस्टर के सामने झुकने में ही अपनी भलाई समझी। आखिरकार चर्च को उस सिस्टर के खिलाफ सारी कानूनी कार्रवाई वापस लेनी पड़ी।
मालूम हो कि एक नन के साथ 13 बार बलात्कार करने के आरोप जालंधर के बिशप फ्रेंको मुलक्कल के खिलाफ एक सिस्टर ने आवाज क्या उठाई, उसे अपने पद से बर्खास्त कर दिया गया। अपनी बर्खास्तगी से नाराज सिस्टर ने अब चर्च से ही सवाल किया है कि आखिर ये तो बताओ कि किस जुर्म में बर्खास्त किए हो? एक पीड़ित सिस्टर के इस सवाल से चर्च की सामंती सोच का अंदाजा लग जाता है। जो चर्च सालों तक बलात्कार के आरोपी बिशप को बचाता रहा वही चर्च एक निर्दोष सिस्टर की हिफाजत नहीं कर पाया।
Before expelling me from duties,explain what’s my mistake.I've been very active till date in fulfilling my responsibilities. So, it must be made clear why I am expelled?: Sister Lucy Kalppura,one of the nuns who joined protest against Franco Mulakkal,on action against her.#Kerala pic.twitter.com/GiKx48z42l
— ANI (@ANI) September 23, 2018
सिस्टर लूसी कलप्पूरा आरोपी बिशप के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर किये गए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं थी। उनका कहना है कि एक पीडिता को न्याय दिलाने के पक्ष में आवाज उठाना कतई गलत नहीं है। लेकिन उस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के कारण उन्हें अपने पद से बर्खास्त कर दिया गया है। चर्च के इस कदम से नाराज सिस्टर लूसी ने पूछा है कि बर्खास्त तो कर दिए लेकिन बर्खास्तगी का कारण तो बताओ। आखिर ये तो बताओं कि मेरा दोष क्या है? उन्होंने सवाल उठाते कहा है कि जो चर्च सालों तक बलात्कार के आऱोपी बिशप के खिलाफ सोया रहा उसे मेरे खिलाफ कार्रवाई करने में तनिक भी समय नहीं लगा। उन्होंने पूछा कि जिस नन का 13 बार बलात्कार किया गया हो, उसके पक्ष में आवाज उठाना गलत है? जिस बिशप पर बलात्कार का आरोप लगा हो उसे दंडित करवाने के लिए आवाज उठाना गलत है?
उन्होंने कहा है कि जितनी पीड़ा मुझे अपनी बर्खास्तगी से नहीं हुई उससे कहीं अधिक पीड़ा मुझे बलात्कार के आरोप बिशप के खिलाफ चर्चा द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से हुई है। एक बिशप एक नन से 13 बार बलात्कार किया लेकिन चर्च ने उसके खिलाफ कभी आवाज नहीं उठाई। लूसी का कहना है कि जब किसी ने आवाज नहीं उठाई तो मुझे लगा कि पीडिता नन का साथ देना चाहिए।
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URL: Kerala nun rape case- Church bent in front of innocent Sister, withdrawn dismissal
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