Yindu Ren. ये Europe Inquisition पर आधारित है, इस में स्पष्ट लिखा है कि पूरे यूरोप से तत्कालीन मूर्ति-प्रकृति पूजक समाज (Pagan) को खत्म कर के कैसे ईसाई बनाया गया, इस के लिए चर्च ने बाकायदा सीक्रेट एजेंसियां बनाई थी, जो हर गली-मोहल्ले में हर क्षण केवल इस बात का पता लगाते थे कि कौन सा व्यक्ति ईसाईयत को न मानकर वापस Pagan रीति-रिवाजों को फालों कर रहा है
इस के लिए चर्च ने तरह तरह के मशीनी यंत्र बनाए थे, चीरने-फाड़ने के लिए, स्त्रियों के जीवित अवस्था में ही, उनके शरीर से स्तन नोच कर उखाड़ लिए जाते थे, ब्रेस्ट रिपर (Breast Ripper) कहते थे उसे, ऐसे ही हजारों मशीनी यंत्र चर्च ने केवल इंसानों को तड़पा तड़पा कर मारने के लिए बनाई थी, जिस से डरकर बाकि लोग ईसाईयत से दूर न जाने पाए
इसी कड़ी में चर्च ने नियम बनाया था कि जो भी कुवाँरी लड़कियां चर्च की सेवा में आएंगी, उसे Jesus से मैरिज करनी पड़ेगी, फिर उस के बाद Pastor पादरी उस के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए लीगल हो जाते थे, और ईसाई जनसंख्या बढ़े, इसलिए अबॉर्शन को प्रतिबंधित कर दिया गया, Goa Inquisition तो अपने आप में भयावह है ही, लेकिन Europe Inquisition उस से कहीं अधिक भयावह है!
गौरतलब है कि जिस फ्रांसिस ज़ेवियर ने पूरे Goa Inquisition की बागडोर अपने हाथ में ले रखी थी, जिस ने Goa के अनेकों हिंदुओं को महाराष्ट्र और उत्तरी इलाकों में भागने के लिए विवश कर दिया था, उसी की प्रशंसा प्रधानमंत्री मोदी जी ने की तो उन्हें यह सुझाव मैंने दिया था कि अगर फ्रांसिस ज़ेवियर को प्रोमोट कर रहे है तो लगे हाथों इस ब्रेस्ट रिपर को भी प्रोमोट करिए, जिसे Koenraad Elst ने लाइक भी किया था! हिन्दू चेतना का यह स्तर है कि अब विदेशी हमारे ऊपर हुए अत्याचारों, हमारी दुर्दशा के बारे में हमसे अधिक जानते है!
साभार Yindu Ren Telegram Post.