भारत में जो हिंदू – नेता , सौ में नब्बे घटिया हैं ;
पूरे देश में यही कहानी , यूपी-आसाम में बढ़िया हैं ।
पता नहीं डीएनए कैसा ? कितने कायर – कमजोर हैं ?
संकट देखके आंखें मूंदे , क्या इनके दिल में चोर है ?
कूट – कूट कर भरा हुआ है , लोभ-लालच व भ्रष्टाचार ;
इनके हाथों नहीं सुरक्षित , धर्म – संस्कृति – सदाचार ।
क्यों इतना डरते गुंडों से ? क्यों उनको जजिया देते हैं ?
बस हिंदू को सीधा पाकर , उनके मंदिर लूटते हैं ।
हिंदू अब भी पराधीन हैं , केवल गुंडे स्वाधीन हैं ;
इसका कारण है हिंदू-नेता , जिनका धर्म न दीन है ।
दीन है इनका लूटो-खाओ , अय्याशी कर मौज मनाओ ;
राष्ट्र के धन को लूट-लूट कर,स्विटजरलैंड में जमा कराओ ।
अभीतो स्थिति इतनी विकट है,हिंदूअस्तित्व पर हीसंकट है;
जगह – जगह पथराव हो रहे , कायर-नेता का कंटक है ।
हिंदू – नेता शुतुरमुर्ग हैं , संकट में रेत में घुस जायें ;
परम – मूर्खता उनकी ये ही , निश्चित ही राष्ट्र को मरवाये ।
यदि हिंदू को धर्म बचाना , पूरा जागरूक हो जाओ ;
मुस्लिम – ब्रदरहुड के जैसा , हिंदू – ब्रदरहुड भी बनाओ ।
पूरे विश्व के हिंदू एक हों , आपस में सुख-दुख बांटे ;
शस्त्र-शास्त्र से सभी प्रशिक्षित,दुश्मन के हर वार को काटें ।
सक्षम हिंदू आगे आकर , हिंदू – ब्रदरहुड का निर्माण करें ;
जहां – जहां हिंदू संकट में , जाकर उनका त्राण करें ।
सत्यनिष्ठ लोगों को मिलाकर , जल्दी एक समूह बनाओ ;
जागरूक हर-हिंदू करके , दुश्मन के दिल को दहलाओ ।
जो हिंदू – नेता हैं कायर , उनको सत्ता से हटवाओ ;
यूपी या आसाम से लाकर , शेरों को पीएम बनवाओ ।
हिंदू – धर्म का सूर्योदय है , उसको दिल्ली में ले आओ ;
यूपी से योगी को लाकर , विश्व में हिंदू – धर्म बचाओ ।
भारत हिंदू- राष्ट्र बनेगा , तब ही मानवता बच पायेगी ;
इसमें जरा भी ढील न देना , वरना बर्बादी ही आयेगी ।
हर – हिंदू को हर – हालत में , यही काम अब करना है ;
सारे काम छोड़ दो पीछे , हिंदू – राष्ट्र बनाना है ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”,
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”