संदीप देव । अभी भारत में हिंदू-मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात मोटा-मोटी 70-20 का है! इसके बावजूद हिंदुओं का हित राजनीतिक पार्टियों, नेताओं ने गौण कर दिया है! भारत की राजनीति और राज्य प्रो M और एंटी H है!
सोचिए जब पाकिस्तान और POK को भारत में मिला दिया गया, जिसकी बात ‘अखंड भारत’ के नाम पर जब-तब संघ, भाजपा करती रहती है, फिर आपका क्या होगा?
मुस्लिम बहुलता वाले अखंड भारत में आप कहां होंगे? जनसंख्या का यह अनुपात जब 50-50% हो जाएगा, तब हिंदुओं के वोट का महत्व ही कहां रह जाएगा?
फिर हिंदू बड़ी आसानी से दोयम से चतुर्थ श्रेणी के नागरिक बना दिए जाएंगे! इसलिए झंडा उठाने से पहले जरा अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोच लीजिएगा!
जनसंख्या अनुपात 50-50 होते ही एंटी हिंदूवाद जो स्वतंत्रता के बाद से ही भारतीय स्टेट व पोलिटिक्स की प्रकृति है, वह और उग्र रूप धारण कर लेगी!
नीचे संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान सुनिए, जब-तब POK को शामिल करने वाले मास्टरस्ट्रोकवादियों के ट्वीट/पोस्ट भी पढ़ते रहिए, लेकिन साथ ही अपने अस्तित्व का आकलन भी करते रहिए, क्योंकि 70% होकर भी जब आज आपके लिए एक भी योजना नहीं चल रही है, आपका, आपके परिवार का और आपके बच्चों का भविष्य सुरक्षित नहीं है, कश्मीर से सासाराम तक आपको पलायन करना पड़ रहा है, आप अपने रामनवमी पर शोभा यात्रा आज शांतिपूर्ण ढंग से नहीं निकाल पा रहे हैं तो जब इस देश में H-M का अनुपात 50-50 हो जाएगा, तो फिर आपका अस्तित्व इस भारत भूमि में कितना बचेगा, यह सोच लीजिए?
अतः अखंड भारत के नेपथ्य में छिपी ‘मुस्लिम बहुल अखंड भारत’ की आहट को भी सुनने का प्रयास कीजिए! वंदे विष्णुं 🙏। धन्यवाद!