Archana Kumari. रंजीत सेठी फ्रांस तथा यूनाइटेड अरब अमीरात में भारत के राजदूत रह चुके थे। दिल्ली के डिफेंस काॅलोनी थाना क्षेत्र में रहने वाले पूर्व आइएफएस अधिकारी 1963 बैच के थे और अकेले रहते थे।
उनकी पत्नी और दोनों बच्चे उनसे अलग रहते थे और वह एकांगी जीवन जीते जीते बीमार हो चले थे। बुधवार को अचानक उन्होंने खुद को गोली मारकर जान दे दी।
दरअसल बुधवार सुबह करीब 7ः25 बजे पुलिस को घटना के बारे में सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें पास के मूलचंद अस्पताल में ले जा कर भर्ती कराया था। लेकिन उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। उनके पास से कोई एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने अपनी बीमारी और एकाकीपन का जिक्र किया है।
रंजीत सेठी डिफेंस काॅलोनी में मकान नंबर डी-132 में रहते थे। वह पूर्व आइएफएस अधिकारी थे। वह कई देशों में राजदूत रह चुके थे। यहां वह अपने एक घरेलू सहायक के साथ फिलहाल रहते थे।
कई साल पहले पत्नी से अलग हो चुके थे। उनके दो बच्चे हैं, जिसमे बेटी डिफेंस कॉलोनी के ही सी ब्लॉक में रहती है, वहीं बेटा श्रीलंका में रहता है। पुलिस को घटना की सूचना उनके घरेलू सहायक से मिली।
जानकारी देने वाले ने बताया कि पूर्व राजदूत ने खुद को गोली मार ली है और एंबुलेंस की जरूरत है। सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उन्हें पास के मूलचंद अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने अपने कमरे में गोली मारी थी। प्राथमिक जांच में पता चला है कि रणजीत सेठी का बीएल कपूर अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह मंगलवार को ही अस्पताल से इलाज करवा कर घर लौटे थे।
प्रारंभिक स्तर पर माना जा रहा है कि बीमारी व अकेलेपन की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया होगा। वह कुछ दिनों से लगातार बीमार चल रहे थे।
मिलनसार प्रवृत्ति के पूर्व राजदूत पिछले कुछ दिनों से चलने में परेशानी महसूस करते थे और साथ ही कई अन्य बीमारियों ने उन्हें ग्रसित कर रखा था। एकाकीपन और विकलांगता उन्हें खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया ।