नए आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया ताकि आरोपी देश छोड़कर नहीं भागे । दरअसल लुकआउट सर्कुलर को ही लुकआउट नोटिस भी कहा जाता है और दोनों का अर्थ एक ही होता है । इसका मकसद आपराधिक मामले में नामित शख्स को देश छोड़कर भागने से रोकना तथा इसे लेकर आम आदमी और भाजपा में राजनीति शुरू हो गई है। लेकिन इस बीच केजरीवाल के लिए एक नई मुसीबत आ गई है और वह है बस घोटाला।
ऐसी आशंका है कि बसों की खरीद में घोटाले हुए थे और इस को लेकर सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है। 1000 बसों की खरीद घोटाले को लेकर विधानसभा में यह मुद्दा उठा था और इसके बाद एलजी की अनुमति से सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद आम आदमी पार्टी ने कहा कि मनीष सिसोदिया अपने आधिकारिक आवास मथुरा रोड पर ही मौजूद हैं।
कोई भी उनसे जाकर मिल सकता है। मनीष सिसोदिया कहीं पर भी भागने वाले नहीं हैं। वह सीबीआई और ईडी से डरते नहीं है और ना ही सीबीआई के लुकआउट नोटिस से डरते हैं। मनीष सिसोदिया कट्टर ईमानदार हैं और वह अपने घर पर ही हैं। प्रधानमंत्री यह जान लें कि मनीष सिसोदिया डर कर भागने वाले नहीं हैं।
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बकायदा एक वीडियो भी दिखाया जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सीबीआई के दुरुपयोग को लेकर सवाल उठाया गया था। जिसके बाद सौरभ भारद्वाज ने कहा यह वही नरेंद्र मोदी जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो सीबीआई के दुरुपयोग पर सवाल उठा रहे थे और आज खुद ही सीबीआई का दुरुपयोग करके अपने विपक्षी दलों के नेताओं को दबाने के लिए कर रहे है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने साफ तौर पर कहा कि पूरे मामले पर केजरीवाल सरकार और आप नेता लोगों का ध्यान भटकाने और अपने आप को बेचारा बताने के साथ विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं