अर्चना कुमारी। ओलंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान दिल्ली पुलिस को चकमा दे रहा है और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया । छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो गुटों के बीच झगड़े बवाल के मामले में फरार चल रहे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का 7 दिन बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है।
दिल्ली पुलिस का कहना है सुशील और उसके साथियों पर शिकंजा कसने के लिए उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया। सूत्रों का कहना है कि कानूनी सलाह लेने के बाद सुशील जल्द ही मामले में अग्रिम जमानत की याचिका दायर कर सकता है। सुशील को पता है कि पुलिस के पास उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
पुलिस का कहना है कि छत्रसाल स्टेडियम में हुए झगड़े के बाद पुलिस टीम को उम्मीद थी कि सुशील पुलिस की पूछताछ में शामिल हो जाएगा। लेकिन ऐसा होता तो शायद सुशील की मुश्किलें कम होती। वैसे भागकर सुशील अपनी मुश्किलें बढ़ा रहा है। पुलिस ने सुशील के खिलाफ घायल अमित, सोनू, रविंद्र और भगत सिंह के बयान दर्ज किए हैं। इन सभी ने सुशील व उसके बाकी पहलवानों के खिलाफ बयान दिए हैं।
वहीं प्रिंस दलाल के मोबाइल से मिली वीडियो फुटेज भी सुशील के खिलाफ अहम सबूत है। ऐसे में सुशील और उसके साथियों के खिलाफ शिकंजा सख्त होता जा रहा है। सुशील के करीबियों का कहना है कि सुशील को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। सुशील का कसूर इतना है कि हमला करने वाले सुशील के साथी पहलवान हैं।
सनद रहे कि मंगलवार रात को सुशील और उसके साथी सुशील पहलवान और उसके साथ मॉडल टाउन के एक फ्लैट से जबरन अमित, सोनू और सागर नामक पहलवान को उठाकर ले आए थे। आरोपियों ने छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में इनकी जमकर पिटाई की। इसमें सोनू, अमित, सागर, रविंद्र और भगत सिंह घायल हो गए।
इनमें से अस्पताल ले जाने पर सागर की इलाज के दौरान मौत हो गई। सागर पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन था। वह ओलंपिक की तैयार रहा था। उसके पिता अशोक कुमार दिल्ली पुलिस में हवलदार हैं और उनकी तैनाती रोहिणी जिले में हैं।