#KangnaspeakestoArnab
नेपोटिज़्म को लेकर कंगना रनौत अब खुलकर सामने आ चुकी है। हर दिन वे बॉलीवुड में व्याप्त नेपोटिज़्म और सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत से जुड़े तथ्य सामने ला रही है। रिपब्लिक इंडिया के एक शो में अर्नब गोस्वामी से लंबी बातचीत में कंगना ने जो कहा, वह हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री और मुंबई पुलिस को हिलाकर रख देगा। सुशांत की मौत के बाद कंगना का ज्वालामुखी फट पड़ा है और अपने साथ वह लावा बहाकर ला रहा है, जो इस उद्योग की सच्चाई को सामने लाकर रख देगा। पेश है अर्नब और कंगना के बीच हुई बातचीत के मुख्य अंश।
एक बड़ी ब्लॉकबस्टर देने के बाद मुझे यशराज फिल्म्स की ओर से ‘सुल्तान’ ऑफर हुई थी। फिल्म निर्देशक मेरे घर आए और फिल्म की स्क्रिप्ट के बारे में चर्चा की। मैंने कहा मैं खान्स के साथ काम नहीं करती। उस वक्त आदित्य चोपड़ा ने मुझे कुछ नहीं कहा। फिर ये बात मीडिया में आ गई कि कंगना ने सुल्तान के लिए ना कर दी है। इसके बाद आदित्य ने मुझे मैसेज किया कि तुम्हारी मुझे मना करने की हिम्मत कैसे हुई और ये बात तुम मीडिया तक ले गई। आदित्य ने कहा ‘you are finished’।
सुशांत सिंह राजपूत को करण जौहर ने अपनी फिल्म ‘ड्राइव’ में मेन लीड के लिए साइन किया। तीन साल तक ‘ड्राइव’ की शूटिंग चली। उसके बाद ये आदमी दुनिया से कहता है कि कैसा फ्लॉप स्टार है। मैं अपनी फिल्म बेच ही नहीं पा रहा हूँ। मुझे ये समझ नहीं आता कि ‘धोनी’ जैसी ब्लॉकबस्टर देने के बाद करण जौहर के पास अपनी फिल्म बेचने के लिए वितरक नहीं थे।
‘ड्राइव’ थियेटर्स तक नहीं आ सकी। उसने कहा मैं इस फ्लॉप स्टार के साथ ये फिल्म नहीं बेच सकता। बाद में मीडिया में यही आया कि सुशांत एक फ्लॉप स्टार है, इसलिए करण को इस फिल्म के लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं। मीडिया ने लिखा कि इसी कारण से फिल्म ओटीटी पर रिलीज करनी पड़ी।
ये गिरोह प्रतिभाशाली लोगों को ही निशाना बनाता है। मैं पहले दिन से कह रही हूँ कि सुशांत की हत्या की गई है और आज भी यही कहूँगी। मुंबई पुलिस भंसाली जैसे लोगों को सम्मन भेजती है, शेखर कपूर को सम्मन भेजती है लेकिन असली जिम्मेदार लोगों को नहीं बुलाती। राजीव मसंद करण जौहर का चमचा है। इसने सुशांत को रेपिस्ट, ओवरपैड ड्रग एडिक्ट घोषित किया था उस चमचे को बुलाओ और उससे पूछताछ करो कि ऐसी बातें लिखने के लिए उसके कोई तो सोर्सेस होंगे।
आदित्य चोपड़ा की टेलेंट एजेंसी दो एक्टर्स रणबीर सिंह और सुशांत सिंह राजपूत को हायर करती है। आदित्य चोपड़ा के कॉन्ट्रेक्ट डरावने होते हैं। संजय लीला भंसाली ने ‘रामलीला’ सुशांत को ऑफर की थी लेकिन आदित्य ने उसे नहीं करने दी क्योंकि सुशांत अनुबंध के साथ बंधे हुए थे। इसके बाद सुशांत को ‘बाजीराव मस्तानी’ भी ऑफर हुई लेकिन इस बार भी यही हुआ। ये दोनों फिल्मे रणवीर सिंह ले उड़े।
जब आदित्य और सुशांत में मतभेद हुए तो उसे कहा गया कि हम तुम्हारे साथ काम नहीं करेंगे और इंडस्ट्री में और कोई भी नहीं करेगा।यहीं बात मुझे ‘सुल्तान’ के समय कही गई थी, जब मैंने उसमे काम करने से ना बोल दिया था। भंसाली जैसा फ़िल्मकार जो सुशांत को अपनी दो फिल्मों में लेना चाहता था, उसे सम्मन भेजने का क्या मतलब, शेखर कपूर को सम्मन भेज रहे हैं। उन्हें भेजने का क्या मतलब है।
महेश भट्ट को क्यों नहीं बुलाते, और जिम्मेदार लोगों को क्यों नहीं बुलाते। एक मूवी माफिया मीडिया है जो यहाँ सब तय कर कर रहा है। फिल्मों के बिजनेस तक ये तय करते हैं कि पब्लिक को क्या बताना है, क्या नहीं। करण जौहर जैसा आदमी मेरी फिल्म का परिणाम कैसे तय कर सकता है। जिस करण जौहर को 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया, उसने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में सार्वजानिक रूप से छात्रों के सामने कहा था कि कंगना को इंडस्ट्री छोड़ देनी चाहिए।
मैं उनको कहना चाहता हूँ ‘gate out of this industry’। करण जौहर कौन होता है मुझे इंडस्ट्री से आउट करने वाला। ऐसे लोगों को पद्मश्री दिया गया है। इस बेशर्म आदमी ने अपनी फ्लॉप फिल्म ‘कलंक’ के लिए अवार्ड ले लिया, जबकि अवार्ड की हक़दार ‘छिछोरे’ थी।
मेरे एक्स ने मुझ पर एक प्रकरण दर्ज करा दिया। ( वे ऋत्विक रोशन के बारे में बात कर रही हैं )। इसके बाद मुझसे विज्ञापन के करार छीन लिए गए। देखते ही देखते मेरे अठारह ब्रांड मुझसे छीन गए। ये एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया था। उस समय महेश भट्ट का फोन आया। उसने कहा तुमने ऋत्विक को सॉरी नहीं बोला तो वे तुम्हे जेल में डाल देंगे। इस आदमी ने कहा ‘तेरा मुंह काला हो जाएगा तो जाएगी कहाँ’।
एक बार महेश भट्ट ने एक फिल्म का ऑफर दिया। इस फिल्म का नाम ‘धोखा’ था। इस फिल्म में मुझे एक सुसाइड बॉम्बर की भूमिका करनी थी। मैंने कहा प्यार में धोखा खाने के बाद वह पुलिस में जा सकती है। वह आर्मी में जा सकती है। इस बात पर महेश भट्ट मुझे मारने दौड़ा। उसकी बेटी ने इसे पकड़ कर संभाला। इसके बाद एक फिल्म की स्क्रीनिंग पर इसने थियेटर के गेट पर मुझे चप्पल फेंककर मारी थी।