अर्चना कुमारी। माहिर हुसैन ने नौकरी दिलाने के नाम पर विधवा के साथ ठगी कर दिया । गाजीपुर इलाके में रहने वाली विधवा महिला को रेलवे में टीटी की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर सात लाख रुपये लेकर आरोपी चंपत हो गया था लेकिन उसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है । बताया जाता है कि पति की मौत के बाद महिला को नौकरी की तलाश थी। ऐसे में महिला के जानकार व्यक्ति ने उसे सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा दिया।
बताया जाता है कि आरोपियों ने पीड़िता को उसकी पसंद के हिसाब के शहर में नौकरी दिलवाने की बात की थी। बाद में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर उसे आगरा भेज दिया। जहां पर एक माह वहां बिताने के बाद उसे ज्वाइन नहीं कराया गया। ठगी का पता चलने पर मामले की सूचना साइबर थाना पुलिस को दी गई। छानबीन के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी माहिर हुसैन (45) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पीड़िता रेखा रानी (36) परिवार के साथ गाजीपुर गांव में किराए के मकान में रहती है। पूछताछ में पता चला कि नवंबर 2018 में रेखा के पति विजय पाल सिंह की एक हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद तब से रेखा को नौकरी की तलाश थी। इस दौरान मादीपुर निवासी माहिर हुसैन से रेखा का परिचय हुआ था।
नौकरी की तलाश के दौरान माहिर ने उससे कहा कि वह रेलवे में उसे विधवा कोटे से टीटी की सरकारी नौकरी दिलवा देगा। रेल मंत्रालय में उसके कई जानकार लोग हैं जो लोगों कुछ रुपये लेकर मदद करते हैं। उसके बाद आरोपी पीड़िता को अपने साथियों से मिलवाने के लिए भजनपुरा एक दफ्तर में भी गया। रेखा का विश्वास जीतने के बाद आरोपियों ने उससे पहले 3.50 लाख रुपये अपने खातों में जमा करवा लिये।
इसके बाद पीड़िता ने अपने घर पर माहिर हुसैन व अन्य लोगों को कई बार में करीब साढ़े तीन लाख रुपये और दे दिए। बाद में उसे नौकरी के लिए आगरा भेजा गया। वहां पीड़िता ने करीब एक माह बिताई, जिसके बाद उसे पता चला कि उसे कांट्रेक्टर के पास 18 हजार रुपये महीना पर नौकरी करना है। पीड़िता वापस दिल्ली आई। इसके बाद आरोपी ने अपने मोबाइल नंबर भी बंद कर लिये। परेशान होकर पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने छानबीन के बाद माहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में है।