
मीडिया से भाग रहा है SSR case का मुख्य संदिग्ध संदीप सिंह
आईएसडी नेटवर्क। सीबीआई जाँच के बारहवें दिन सीबीआई जाँच की दिशा सुशांत सिंह राजपूत केस के साथ दिशा सालियान की संदिग्ध मौत की ओर घूम गई। पहले केवल सुशांत की संदिग्ध हत्या की जाँच से अब ड्रग कनेक्शन और दिशा की मौत की जाँच जुड़ गई है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए मीडिया से आग्रह किया है कि मौत की जाँच की रिपोर्टिंग में संयम बरते। ये आग्रह आगे जाकर सलाह और फिर आदेश में भी बदल सकता है। अभी तो मुंबई पुलिस ने एक आरोपी को चाक-चौबंद सुरक्षा दे रखी है। संभव है आगे जाकर मीडिया के कैमरे भी मुंबई पुलिस जब्त कर ले। गुरुवार को एक बार फिर सुशांत केस में परिवार के वकील ने फिर से दोहराया है कि परिवार को ये लगता है कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है। ज़ाहिर है कि सुशांत का परिवार भी दूसरे तरीके से सीबीआई को बताने का प्रयास कर रहा है कि सीबीआई की पहली प्राथमिकता सुशांत की मौत की सही जाँच होना चाहिए।
एम्स (AIIMS) को जो नमूने भेजे गए थे, उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। सीबीआई टीम भी इसी जाँच की प्रतीक्षा कर रही है। जब तक एम्स की रिपोर्ट नहीं मिलेगी, सीबीआई इसे हत्या मानकर जाँच नहीं करेगी। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी इस जाँच के लिए ट्वीट कर चुके हैं।
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उन्होंने पूछा है कि जब उनके पास सुशांत का शव ही नहीं है तो पोस्टमार्टम कैसे किया जाएगा। अब तक ये मालूम नहीं हो सका कि सीबीआई ने सुशांत के कमरे में तीन बार क्राइम सीन दोहराया था, उसका परिणाम क्या हुआ। जिस केस में सीबीआई की लीड जानने के लिए पूरा राष्ट्र प्रतीक्षारत है, उस केस में सीबीआई की ओर से बारह दिन बीत जाने के बाद एक भी औपचारिक बयान न आना आश्चर्यजनक लगता है।
एम्स की ओर से ऐसे हाई प्रोफाइल मामले में कुछ तेज़ी की अपेक्षा की जा रही थी लेकिन स्वामी की बात तथ्यपूर्ण है कि एम्स पोस्टमार्टम कैसे करेगा। अब तक ये ही नहीं मालूम है कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया हुई या नहीं। जबकि एक सप्ताह पूर्व ही एम्स के फोरेंसिक चीफ सुधीर गुप्ता कह चुके हैं कि कूपर अस्पताल के पोस्टमार्टम में ढेरों विसंगतियां हैं।
गुरुवार को सीबीआई की रोज की दिनचर्या जारी रही। रिया चक्रवर्ती के पिता इंद्रजीत से सीबीआई ने फिर से घंटों तक पूछताछ की। ईडी ने शौविक चक्रवर्ती से पूछताछ की। केस से जुड़े गिरफ़्तार एक तस्कर ज़ैद विलात्रा को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एस्प्लेनेड कोर्ट लेकर गई, जहाँ उसकी रिमांड मांगी गई।
न्यायालय ने ज़ैद को 9 सितंबर तक रिमांड के आदेश दे दिए हैं। अब एनसीबी ज़ैद से सख्त पूछताछ कर सकती है। इस केस में ज़ैद की रिमांड मिलना बहुत आवश्यक था। सीबीआई इस मामले में बंटी सजदेह से पूछताछ करने जा रही है। जिस कार्नरस्टोन कंपनी में दिशा सालियान काम करती थी।
उस कंपनी के सीआईओ सजदेह से पूछताछ में सीबीआई को बहुत कुछ हासिल हो सकता है। ऐसा लग रहा है कि सीबीआई पहले सुशांत और दिशा की मौत की लिंक खोजने की कोशिश करेगी। गौरतलब है कि इमारत की चौदहवीं मंजिल से दिशा नग्न अवस्था में नीचे गिरी थी। चश्मदीद गवाहों के रिकार्डेड बयान हैं कि वह अस्पताल ले जाने के कुछ देर पहले तक जीवित थी।
सुशांत केस में लगातार बयान दे रही अभिनेत्री कंगना रनौत ने ये आरोप लगाकर तूफान मचा दिया कि शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे धमकी दी कि मुंबई लौटकर मत आना। इसके बाद कंगना ने कहा कि मुंबई अब पीओके की तरह क्यों महसूस होने लगा है।
इस मामले में अब महाराष्ट्र सरकार खुलकर फायरिंग कर रही है और सीबीआई का दायरा केवल जाँच तक सिमटा हुआ है। अब तो सुशांत के समर्थन को कुचलने की तैयारी की जा रही है। हॉलीवुड बिलबोर्ड कंपनी ने सुशांत के लिए न्याय मांगने वाला पोस्टर हटा दिया है।
कुछ चैनल के माध्यम से बुधवार को सुशांत के परिवार पर पैसों के लालच का आरोप लगा दिया गया था तो उसका तथ्यपूर्ण खंडन करने के लिए परिवार के वकील विकास सिंह को सामने आना पड़ा। जिस संदीप सिंह को सुशांत केस में मुख्य संदिग्ध माना जा रहा था, वह अब तक सीबीआई के रडार से बाहर है। संदीप सिंह मीडिया से भागता फिर रहा है। ये प्रश्न खड़ा हो गया है कि आखिरकार मुख्य संदिग्ध को लाकर सवाल क्यों नहीं किये जा रहे हैं।
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