गुजरात चुनाव में अपनी हार को नजदीक देख कांग्रेस के नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है। पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर ने राहुल गाँधी को मुस्लिम वोटों के लिए औरंगजेब बताया! फिर मुस्लिम वोट के लिए ही हद दर्जे तक गिरते हुए कपिल सिब्बल ने अदालत में कहा कि राम मंदिर पर सुनवाई जुलाई 2019 तक रोक दिया जाए। इससे भी बात नहीं बनी तो अपनी अपनी ‘चीयर लेडी’ के नेतृत्व में 31 वामपंथी बुद्धिजीवियों को उतार दिया कि राम जन्म भूमि पर अस्पताल या स्कूल का निर्माण कराया जाए।
आज तो हद ही हो गयी जब मणिशंकर अय्यर ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि ‘यह आदमी नीच किस्म का है।’ मिशनरी स्कूल सेंट स्टीफेंस से निकला कांग्रेस का नेता अपनेयुवराज ‘औरंगजेब’ आसन्न हार को देखकर को देख कर बौखला गया है! भारत के प्रधानमत्री पद की गरिमा को दस जनपथ के ये चटुकार पिछले दस सालों में पहले ही गिरा चुके है! मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद एलीट क्लास के इन कांग्रेसी नेताओं ने उनको अपने कार्यालय के आगे ‘चाय बेचने’ का ऑफर देने से लेकर ‘तू चाय बेच’ जैसे जुमलों का इस्तेमाल कर यह साबित कर दिया कि भारत के संवैधानिक पदों के प्रति इन्हें कोई आस्था नहीं है!
आज तो भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने बिना नाम लिए सुप्रीम कोर्ट के अंदर उसकी गरिमा से बार-बार खिलवाड़ कर रहे कांग्रेसी वकीलों को साफ़ साफ़ कह दिया कि “कोर्ट के अन्दर चीखने चिल्लाने वाले इन वरिष्ठ वकीलों को बर्दास्त नहीं किया जायेगा! इन वकीलों की चीख यह बताती है कि यह वरिष्ठता के लायक ही नहीं है”! गौरतलब है कि अयोध्या के राम मंदिर मामले में बौखलाई कांग्रेस के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट पर ही हमला कर दिया था।
ज्ञात हो सोनिया की बेटी प्रियंका गांधी भी प्रधानमंत्री मोदी को ‘नीच सोच का आदमी कह चुकी है।’ लगता है! लगता है जमीन से जुड़े आदमी को सत्ता में देखकर कांग्रेसियों की खून में बसी नीचता उबाल मारने लगती है!
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वीडियो साभार: जी न्यूज़