आईएसडी नेटवर्क। आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ का विरोध प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हालाँकि इसके बाद भी आमिर खान और उनकी टीम आश्वस्त है कि चीन में फिल्म रिलीज करने के बाद न केवल लागत वसूल होगी, बल्कि फिल्म अच्छा लाभ अर्जित करेगी। चीन में आमिर खान को पसंद किया जाता है और दूसरा तथ्य ये है कि चीन विदेशी फिल्मों को रिलीज करने पर अच्छी खासी सब्सिडी निर्माता को देता है।
आमिर खान की एक फिल्म ‘द सीक्रेट सुपरस्टार’ को भारत में सामान्य सफलता ही मिली थी लेकिन चीन में इसकी कमाई का आंकड़ा 500 करोड़ से ऊपर पहुँच गया था। उल्लेखनीय है कि चीन का स्थानीय फिल्म उद्योग भारत और अमेरिका की तरह समृद्ध नहीं है। इसलिए चीन की सरकार बाहर की फिल्मों को अच्छा आर्थिक लाभ देती है। लाल सिंह चड्ढा को सेंसर बोर्ड ने भी पास कर दिया है।
एक वर्ष पूर्व ही ऐसा समाचार पब्लिक डोमेन में थे कि भारतीय सेंसर बोर्ड में चीन की घुसपैठ हो गई है। इस आरोप को लगाते हुए रणवीर कपूर की फिल्म ‘रॉक स्टार’ का उदाहरण दिया गया था। उस फिल्म में तिब्बत की स्वतंत्रता की आवाज़ उठाता एक दृश्य काट दिया गया था। इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं मिला कि ऐसा क्यों किया गया। लाल सिंह चड्ढा अंग्रेजी फिल्म ‘फारेस्ट गम्प’ की रीमेक है और मूल फिल्म में नायक को सेना विरोधी दिखाया गया था।
अब तक ये स्पष्ट नहीं है कि लालसिंह चड्ढा में भारतीय सेना को लेकर क्या रुख अपनाया गया है। फिल्म रिलीज होने के बाद यदि कोई आपत्तिजनक दृश्य मिलते हैं तो सेंसर बोर्ड में चीन की घुसपैठ वाले आरोप पर पक्की मोहर लग जाएगी। जैसे ही लालसिंह चड्ढा का प्रोमो चीन में रिलीज हुआ तो इसे लेकर माहौल बन गया। भारतीय और चीनी मीडिया का कहना है कि चीन में फिल्म को जिस ढंग का रिस्पॉन्स मिला है, उससे लग रहा है कि ये फिल्म चीन में आमिर खान की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन सकती है।