संदीप देव। ‘महामानव’ की चापलूसी करते-करते ‘अब्बासी हिंदू’ धर्म और अध्यात्म से इतने दूर हो चुके हैं कि खुलकर अपनी मानसिक दरिद्रता का प्रदर्शन करने लगे हैं। भगवान शिव पर मेरे एक पुराने लेख के लिंक को उठा कर हमला करने से पहले कम से कम पुराण का अध्ययन कर उसके रहस्य को तो समझ लो ‘मानसिक खतनाधारियों’!
मैं इस पूरी कथा पर वीडियो दूंगा और शिव के इस सृजनात्मक शक्ति का वास्तविक रहस्य बताऊंगा। उत्तराखंड में बकायदा शिव लिंग के गिरने के स्थान पर जागेश्वर धाम मंदिर है। उसका इतिहास ही पढ लो मूढ़ों!
असल में जो ‘नेता’ काशी में मंदिरों का विध्वंश करता हो उसके अंधे चमचे भी तो मूढ़ मगज ही होंगे न?
असल में हिंदुत्व के नाम पर केवल पार्टी और संगठन का झंडा ढोने वालों की पूरी ‘भेड़ जमात’ पगला उठी है जब से #एकमसनातनभारत_दल का गठन हुआ है! इनके हिंदुत्व की ठेकादारी को अब आम हिंदू चुनौती देने लगे हैं, इसलिए इन्होंने अपनी ट्रोल आर्मी को ‘कुक्कुर आचरण’ करने के लिए मेरे पीछे छोड़ दिया है!
इन कुक्करों में ‘एकम’ में निजी स्वार्थ के लिए आए कुछ अपराधिक चरित्र ट्रोलर भी शामिल हैं।
वेश्यावृत्ति के अड्डे चलाने से लेकर समलैंगिकता तक के जिस पार्टी का कुकर्म पब्लिक डोमेन में है उनके चमचे खुलकर अपनी यौन कुंठा का विक्षिप्त प्रदर्शन कर रहे हैं!
विक्षिप्तों अभी तो पार्टी शुरू हुई है, देखते जाओ तुम्हारी विक्षिप्तता की डिग्री और कितनी बढ़ती है!