खालिस्तान समर्थक सिख आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर आग उगला है । उसने वीडियो जारी कर लाल किले पर खालिस्तानी झंडा फहराने पर इनाम देने की घोषणा की है
जबकि तथाकथित प्रदर्शनकारी किसानों को भड़काने के मंसूबे के तहत ऐलान किया है कि जो कोई भी गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर खालिस्तानी झंडा फहराएगा उसे ढाई लाख अमेरिकी डॉलर इनाम में दिए जाएंगे।
उसकी हरकत यहीं नहीं रूकी और उसने मुख्य न्यायाधीश को चिट्ठी लिखा, जिसमें कहा गया है कि पंजाब रेफरेंडम 15 अगस्त से शुरू होगा, साथ ही किसानों के प्रदर्शन को समर्थन देने की बात कही है।
भारत विरोधी सिख फॉर जस्टिस का घोषित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो में किसानों के प्रदर्शन को 1984 सिख विरोधी हिंसा से जोड़ने की कोशिश करते हुए बताया कि “26 जनवरी आ रही है और लाल किले पर भारतीय तिरंगे को हटाकर इसे खालिस्तानी झंडे से बदल दो।
इसके लिए वह ढाई लाख डॉलर के इनाम के अलावा विदेशी नागरिकता दिलाने की बात करता भी नजर आता है। सिख आतंकी पन्नू वीडियो में कहता है, दुनिया के कानून तुम्हारे साथ हैं।
अगर भारत सरकार आप पर उंगली उठाती है तो आपको परिवार समेत संयुक्त राष्ट्र कानूनों के तहत विदेश ले जाया जाएगा। खालिस्तानी आतंकवादी अपने ताजा वीडियो में प्रदर्शनकारियों को ‘खालिस्तान ट्रैक्टर रैली’ के जरिए दिल्ली के घेराव के लिए भी उकसाता नजर आता है।
इस आतंकी की लिस्ट में हिंदू-सिख भाईचारा भी निशाने पर है और सदियों से पंजाब और अन्य जगहों पर साथ रहने वाले इन समुदायों को बांटने की नाकाम कोशिश के तहत पन्नू पिछले कई साल से गलतबयानी करता आ रहा है।
जारी किए गए वीडियो में भी वह हिंदू को अपना विरोधी मानते हुए मुस्लिमों को अपना हितेषी बताया है । पन्नू के आह्वान पर ही सिख फॉर जस्टिस पंजाब में रहने वाले लोगों को फोन कॉल्स के जरिए ‘खालिस्तान ट्रैक्टर रैली’ में हिस्सा लेने के लिए कहा जा रहा है
और इस वीडियो के आखिर में आतंकवादी पन्नू ने प्रदर्शनकारियों को हथियार उठाने के लिए भड़काया साथ ही भारत सरकार को धमकी भी दी है।
कहा तो यह भी जाता है कि पन्नू के उकसावे पर ही तथाकथित किसान आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर खालिस्तानी तत्वों की मौजूदगी हुई और खुले तौर पर जरनैल सिंह भिंडरावाले और जगतार सिंह हवारा जैसे आतंकियों के पोस्टर लहराए गए