अपनी मालकिन सोनिया गांधी और मालिक राहुल गांधी को बचाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने Surgical Strike के नाम पर सरेआम झूठ बोला। कांग्रेस की डूबती नैया को पार लगाने के लिए उन्होंने कहा था कि उनके कार्यकाल में छह सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने झूठ बोला था कि तीन सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे। एक RTI ने इनके झूठ की पोल खोलकर रख दी है।
10 जनपथ का सबसे बड़ा चापूलस राजीव शुक्ला ने तो बकायता प्रेस वार्ता में झूठ तारीख बताते हुए झूठ बोला था। उन्होंने कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून 2008 में जम्मू और कश्मीर में पूंछ के भट्टल सेक्टर में हुई थी। दूसरी 30 अगस्त से लेकर 1 सितंबर 2011 तक नीलम घाटी के शारदा सेक्टर में की गई थी। तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक 6 जनवरी 2013 को सावन पत्र चेकपोस्ट पर की गई थी। चौथी सर्जिकल स्ट्राइक 27 और 28 जुलाई 2013 को नजरपुर सेक्टर में की गई थी जबकि पांचवीं नीलम घाटी में 6 अगस्त 2013 को और छठी 14 जनवरी 2014 को की गई थी।
एक RTI से खुलासा हुआ है कि कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रवक्ता तक एक सुर में झूठ बोल रहे हैं। जम्मू के रहने वाले आरटीआई एक्टीविस्ट रोहित चौधरी ने रक्षा मंत्रालय से सूचना के अधिकार के तहत Surgical Strike पर जानकारी मांगी।
आरटीआई में यह जानकारी मांगी गई थी कि सितंबर 2016 के पहले भी कोई सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी या नहीं? इसके जवाब में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की किसी भी कार्रवाई का कोई भी पिछला रिकॉर्ड रक्षा मंत्रालय में मौजूद नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से आए जवाब में यह भी कहा गया कि सितंबर 2016 की Surgical Strike में किसी भी तरह की कोई भी क्षति रक्षा बलों के जवानों को नहीं हुई थी।
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