वामपंथी स्त्री अधिकारों के मुखर समर्थक माने जाते हैं। यहाँ तक कि उन्हें यह तक गवारा नहीं कि परिवार संस्था में स्त्री कुछ भी सहे, पति और पत्नी की बहस में भी वे पत्नी के लिए शारीरिक और मानसिक हिंसा खोज लेते हैं। मगर जब उनके ही नेता किसी भी बलात्कार काण्ड में फंसते हैं, तो बलात्कार बहुत ही मामूली बात हो जाती है। जो पार्टी के बनने से भी पहले होते आए हैं, तो ऐसे में छोटी मोटी गलती पार्टी के नेताओं से हो जाती है। वैसे तो वामपंथ और यौन अपराधों का इतिहास नया नहीं है, उनकी अवधारणा में ही सेक्स सेक्स और केवल सेक्स है। और उनके नेता ऐसी गलती कर देते हैं।
ताजा मामला केरल से है जहां पर केरल की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसेफिन ने कहा है कि गलतियाँ होती हैं। उनका कहना है कि हम सभी इंसान हैं, और गलतियाँ हो जाती हैं। पार्टी के अन्दर के लोग भी ऐसी गलतियाँ करते हैं।” एएनआई को उन्होंने केरल के सीपीआई (एम) के विधायक पीके ससी पर उन्हीं की पार्टी की महिला कार्यकर्ता के द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोप पर जबाव देते हुए कहा। मामला डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया की महिला कार्यकर्ता के साथ हुई बदसलूकी का है। इस महिला कार्यकर्ता ने पीके ससी पर आरोप लगाया है कि उसके साथ ससी ने पलक्कड़ जिले में मन्नार्कड़ में पार्टी दफ्तर में बलात्कार करने की कोशिश की। और इसीके साथ उसने यह भी आरोप लगाया कि विधायक ने उसे चुप रहने की भी धमकी दी। महिला कार्यकर्ता ने पहले आपनी लिखित शिकायत सीपीएम के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन को भेजी जिन्होनें कुछ जबाव नहीं दिया, फिर उसने अपनी शिकायत पार्टी में पोलितब्यूरो के सदस्य बृंदा कारत को भेजी। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पत्र रजिस्टर्ड डाक से 14 अगस्त को भेजा गया था, मगर बृंदा को यह पत्र 30 अगस्त को मिला।
"It(rape)'s not a new thing. It has been there since the (Communist) party came to existence. Party leaders are human beings. Such mistakes are humane!" Kerala State Commission for Women Rights chairperson MC Josephine on #CPMRapeCase in which CPM MLA accused of raping CPM worker pic.twitter.com/v427HI0wvb
— Ex-Comrade ☭ (@excomradekerala) September 5, 2018
जब महिला कार्यकर्ता को बृंदा करात की तरफ से भी कोई जबाव नहीं मिला तो उसने अपनी शिकायत सीताराम येचुरी को भेजी, जिन्होनें इस पत्र की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें यह शिकायत मिली है, और उन्होंने इसे केरल इकाई में भेज दिया है। इस पर जांच चल रही है, और यह हमारी आम प्रक्रिया है।
अब सवाल यह उठता है कि यह आम प्रक्रिया खास पार्टी में खास क्यों है? क्योंकि विधायक ससी ने अभी तक पार्टी की तरफ से किसी भी जांच से इनकार किया है। ससी को मुख्यमंत्री विजयन का नज़दीकी माना जाता है और यह क्यों न माना जाए कि उन पर न केवल मुख्यमंत्री बल्कि पार्टी का भी वरद हस्त है।
वामपंथ में बलात्कार की अवधारणा है ही नहीं, क्योंकि वे स्त्रियों को मानसिक रूप से इस हद तक विकृत विचारों से भर देते हैं कि उन स्त्रियों के लिए देह की पवित्रता जैसे शब्द खोखले हो जाते हैं। जब भी कोई स्त्री इन विकृत विचारों के प्रति समर्पण करने से मना कर देती है, और इनके खोखले जाल में फंसने से इंकार करती है, उसे ये बलात अपने कब्ज़े में करने की कोशिश करते हैं। पूरी की पूरी विचारधारा के लिए लड़की केवल और केवल एक वस्तु है और कुछ नहीं। तभी बलात्कार के बाद भी बहुत आराम से पार्टी की नेता यह कह देती है कि बलात्कार जैसी गलती तो हो जाती है!
URL: Mistakes Happen: Kerala Women’s Panel Chief MC Josephine On MLA PK Sasi Accused Of Exploiting Women
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