अर्चना कुमारी। रिटायरमेंट से पहले राकेश अस्थाना को नया दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया गया। मोदी और शाह के करीबी गुजरात कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का जिम्मा संभाल रहे थे। मंगलवार रात को इस बाबत गृह मंत्रालय से आदेश जारी किया गया और इसके बाद बुधवार को उन्होंने अपना पदभार ग्रहण किया।
इससे पहले 30 जून को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव के सेवानिवृत्त होने के बाद 1988 बैच के आईपीएस बालाजी श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस कमिश्नर का एडिशनल चार्ज दिया गया था और वह अब मन मसोसकर रह गए हैं। फिलहाल राकेश अस्थाना को एक साल का सेवा विस्तार दिया गया है। राकेश अस्थाना स्पेशल डायरेक्टर सीबीआई के पद पर भी तैनात रहे हैं ।
उनका जन्म 9 जुलाई 1961 में रांची में हुआ । उन्होंने झारखंड के नेतरहाट स्कूल से पढ़ाई की । इसके बाद रांची के सेंट जेवियर कॉलेज से पढ़ाई कर जेएनयू में दाखिला लिया और बाद में वह आईपीएस अधिकारी बन गए । सीबीआई में रहते हुए उन्होंने चारा घोटाले की जांच की और गुजरात में जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तब राकेश अस्थाना को वडोदरा का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था।
वह गुजरात के कई अन्य जिलों में महत्वपूर्ण पुलिस के पदों पर तैनात रहे हैं जबकि वह गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में लगी आग लगने के मामले की जांच किए जाने के अलावा सीबीआई में रहते चारा घोटाला में लालू यादव को गिरफ्तार कर चुके हैं । इसके अलावा अन्य कई चर्चित मामलों का जांच किया है जबकि एक मीट कारोबारी से संबंध रखने के चलते उन पर आरोप भी लगाए गए थे।
सीबीआई में रहते हुए तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा के साथ हुए विवाद के बाद राकेश अस्थाना चर्चा में आए थे, जिसके बाद उनका तबादला सीबीआई से कर दिया गया था। उनकी बेटी की शादी को लेकर भी वाद विवाद हुआ था लेकिन फिलहाल इन सब विवादों पर विराम देते हुए अब उन्हें दिल्ली की जनता को पुलिस कमिश्नर के तौर पर देखना है