पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी जब उत्तर प्रदेश में दलितों के घर जाकर भोजन कर रहे थे तो मायावती ने कटाक्ष करते हुए कहा था कि राहुल ढोंग करते हैं। वे उत्तर प्रदेश में दलितों के घर खाना खाते हैं और दिल्ली में जाकर स्पेशल साबुन से नहाते हैं। धूप और अगरबत्ती से उनका शुद्धिकरण किया जाता है। मायावती की कथनी पर जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश यादव ने कहा था कि राहुल के दलित प्रेम से मायावती बौखला गईं हैं। लेकिन दलितों के प्रति अथाह प्रेम पर, राहुल गांधी के बेहद करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी के चुनावी भाषण ने दलितों के प्रति देश की सबसे पुरानी पार्टी के नफरत को बे नकाब कर दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने राममंदिर आंदोलन की अगुआई करने वाली उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और प्रधानमंत्री मोदी की जाति पर सवाल उठाते हुए यहां तक कहा कि इतनी नीच जाति के लोग मंदिर बनाएंगे! देश की सबसे पुरानी पार्टी का जातिवाद में किस हद तक भरोसा और दलितों के प्रति कितना नफरत है उसे सीपी जोशी ने उजागर कर दिया। जोशी ने राजस्थान के नाथद्वारा में गुरुवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ब्राह्मण ही धर्म के बारे में बोल सकता है। उन्होंने पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की जाति पर सवाल इस लिहाज से खड़े किए कि नीची जाति के लोग राम मंदिर कैसे बना सकते हैं!
राजस्थान के एक चुनावी सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने जनता से यूं ही नहीं पूछा ‘उमा भारतीजी की जाति मालूम है किसी को? ऋतंभरा की जाति मालूम है किसी को क्या? मोदी की जाति पता है किसी को ? दरअसल वे पब्लिक को बता रहे थे इन नीच जातियों की हैसियत नहीं राम मंदिर बनाने की। राम के नाम को चुनावी वोट बैंक बनाने को आतूर पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भाजपा के दलित नेताओं को अपमानित करते हुए किस हद तक गए यह एहसास उन्हें तब हुआ जब भाजपा ने दलित एक्ट के तहत मुकदमा करने की धमकी दी। चुनावी सभा में बहकते- बहकते सीपी जोशी कहने लगे ‘ इस देश में धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानते हैं। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद देश भर में गैर दलित रोहित बेमुला को दलितों के खिलाफ अत्याचार का चेहरा बनाने की साजिश बेनकाब होने के बाद कांग्रेस के दलित विरोधी चेहरे की पोल पट्टी उसके ही कद्दावर नेता खोल रहे हैं। एक तरफ राहुल पर्दे पर दलितों के हितैषी के रुप में प्रकट होते हैं, दूसरी ओर पर्दे के पीछे कांग्रेस अध्यक्ष के दलित हितैषी बनने के अभियन को उनके ही सिपहसालार बेनकाब कर रहे हैं।
समाज को जाति में तोड़ कर वोट जोड़ने के जुगाड़ में लगे राहुल गांधी नए नए जेनऊधारी होने की धोषणा गुजरात में क्या कर गए राजस्थान में पार्टी को ब्राह्मण प्रेमी साबित करने के नशे में राहुल के भरोसेमंद सिपाही दलितों के प्रति नफरत में होश गवांते चले गए और दावा ठोंकने लगे कि नीच जाति के लोग राम मंदिर नहीं बना सकते राम मंदिर तो सिर्फ कांग्रेस बना सकती है। सीपी जोशी ने कहा …सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनवाएगी। उन्होने कहा, भारतीय जनता पार्टी चुनावी मौसम में राम मंदिर का मुद्दा उठाकर लोगों को भ्रमित कर रही है। इस मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद कांग्रेस भव्य मंदिर बनाएगी। ’अजीब देश हो गया। इस देश में उमा भारती लोधी समाज की हैं, वह हिंदू धर्म की बात कर रही हैं। साध्वीजी किस धर्म की हैं? वह हिंदू धर्म की बात कर रही हैं। नरेंद्र मोदीजी किस धर्म के हैं, हिन्दू धर्म की बात कर रहे हैं। 50 साल में इनकी अक्ल बाहर निकल गई।’
जोशी ने शुरुआत में कुतर्क किया कि उनकी बातों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है । लेकिन जब भाजपा ने जोशी के जातिगत और दलित एक्ट के तहत दिए बयान पर मुकदमा की धमकी दी तो पार्टी को सांप सुंघ गया।
सी पी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुँचे।
कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 23, 2018
राहुल गांधी ने ट्वीट कर उन्हें गलती का एहसास कराया। फिर जोशी ने माफी भी मांगे। लेकिन तब तक जोशी जैसे कद्दावर नेता हाल ही में कांग्रेस द्वारा, एससी एसटी एक्ट के पक्ष में भारत बंद और दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में संविधान बचाओ आदोंलन की पोल पट्टी खोल चुके थे।