‘सरकारी हिंदू’ कह रहे हैं कि सरकार ने कोविड में इतना खर्च किया तो पैसे कहां से लाए? इसीलिए मध्यवर्ग को कुछ नहीं मिला है। ध्यान रखना, मध्य वर्ग में बड़ी आबादी हिंदुओं की है।
तो सुनो ‘सरकारी हिंदुओं’, सरकार ने इस बजट में अल्पसंख्यकों के लिए न केवल 5020 करोड़ अलॉट किया है, बल्कि पिछले साल की अपेक्षा 674 करोड़ अधिक अल्पसंख्यकों को दिया है। इन अल्पसंख्यकों के लिए पैसे कहां से आ गये?
जब अल्पसंख्यकों को दे सकते हो तो हिंदू मिडिल क्लास को करोना और महंगाई से राहत क्यों नहीं दे सकते? वोट तुम्हें हम देते हैं या अल्पसंख्यक?
और हां, लोगों को सवाल पूछने से रोकने की कोशिश करने वाले ‘खाए-कमाए-अघाए’ ‘मुर्गी मानसिकता’ के ‘सरकारी हिंदू’ वो हैं जो सदा से किसी न किसी सत्ता के लिए अपने धर्म-बंधुओं को धोखा देने के DNA की कंटीन्यूटी हैं!