अर्चना कुमारी। कोरोना को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में जिन नेताओं ने लोगों को दवा एवं ऑक्सीजन पहुंचाई, अब जांच के दायरे में हैं और उनसे क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की है। हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने जिन लोगों से पूछताछ की है उनमें इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी, सांसद गौतम गंभीर, भाजपा नेता हरीश खुराना, कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा और आप विधायक दिलीप पांडे का नाम शामिल है।
पुलिस का कहना है कि हाई कोर्ट में डॉ. दीपक सिंह एक याचिका दायर की थी, जिसमें बताया गया कोविड-19 से संबंधित दवाइयां कई नेताओं द्वारा वितरित की गई हैं। जब लोगों को यह दवाइयां नहीं मिल रही थी तो इन नेताओं के पास कहां से पहुंची। याचिकाकर्ता की तरफ से इस मामले को लेकर जांच करवाने की मांग की गई थी।
हाई कोर्ट से इस बारे में जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को दिया गया जिसके बाद पुलिस ने तिमारपुर से आप विधायक दिलीप पांडेय, कांग्रेस के पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, भाजपा के नेता हरीश खुराना का बयान दर्ज किया। पुलिस को इन नेताओं ने बताया कि आखिर लोगों की मदद के लिए वे कहां से दवा लेकर आए थे।
पुलिस ने कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी , भाजपा सांसद गौतम गंभीर के भी बयान लिए । इन सभी के बयान होने के बाद एक रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंपी जाएगी। ऐसे पुलिस का कहना है कि कुछ और नेताओं के बयान देना बाकी रह गया है। इस बीच लॉकडाउन में कोरोना नियमों की अनदेखी करने पर सिर्फ दिल्ली में 11 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना किया गया ।
सिर्फ 25 दिन में पुलिस ने दर्ज किए 5174 केस जब 4536 लोग गिरफ्तार किए गए। दिल्ली पुलिस के अनुसार 19 अप्रैल से 13 मई तक 51,878 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, जो बिना मॉस्क लगाए पुलिस को मिले। सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का उल्लंघन करने पर 8223 लोगों पर कार्रवाई हुई।
भीड़ एकत्रित करने पर 391, सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर 57, शराब, पान, गुटखा खाने वाले 65 लोगों पर कार्रवाई की गई। इनके अलावा 65 डीपी एक्ट के तहत 20,467 और 66 डीपी एक्ट के तहत 1444 लोगों के खिलाफ एक्शन लिया। जबकि आईपीसी की धारा 188 के तहत पुलिस ने 6125 लोगों को पकड़ा गया है।