विपुल रेगे। पिछले माह एक इटालियन क्राइम थ्रिलर ‘माय नेम इज वेंडेटा’ रिलीज हुई थी। इस थ्रिलर को दर्शकों ने सराहा था। अब ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है। एक प्रोफेशनल किलर और उसकी बेटी की ये कहानी बहुत तेज़ भागती है और दर्शक को थ्रिल में डाले रखती है। इन दिनों वीएफएक्स युक्त फिल्मों का बड़ा ज़ोर है लेकिन ‘माय नेम इज वेंडेटा’ इस बाज़ीगरी से मुक्त है।
सेंटो एक पेशेवर हत्यारा है। पैसे लेकर हत्याएं करना उसका काम है। सेंटो एक खतरनाक मिशन पूरा कर अपनी बेटी के साथ जंगल के एक छोटे से कस्बे में छुपकर रह रहा है। एक दिन उसकी बेटी सोफिया बिना अपने पिता को बताए मोबाइल से उसकी फोटो लेती है। सोफिया वह फोटो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करती है। महीनों से सेंटो को खोज रहे माफिया गिरोह को उसकी लोकेशन पता चल जाती है।
एक रात सेंटो के घर पर माफिया का हमला होता है। उसमे सेंटो और सोफिया बच निकलते हैं। उनके आसपास माफिया का घेरा कसता जा रहा है। एक दो करीबी मुठभेड़ में सेंटो घायल भी हो जाता है। वह जानता है कि इस लड़ाई का अंत उन दोनों की मौत के रुप में होना है। एक पिता होने के नाते सेंटो एक अविश्वसनीय निर्णय लेता है। वह अब भागने की बजाय खुद माफिया पर हमला करने के बारे में सोच रहा है।
इटालियन भाषा में बनी ‘माय नेम इज वेंडेटा’ को निर्देशक कोसिमो गोमेज ने बनाया है। गोमेज को The Postman और Ugly Nasty People के लिए जाना जाता है। इस फिल्म को अंग्रेज़ी और हिन्दी में डब किया गया है इसलिए भाषा यहाँ कोई समस्या नहीं है। फिल्म बहुत तेज़ गति से दौड़ती है और दर्शक को एंगेज करके रखती है। इसके एक्शन सीक्वेंस लंबे और रोमांचक हैं।
कार चेज़ बहुत अच्छे ढंग से फिल्माए गए हैं। सिनेमेटोग्राफी बहुत अच्छी है। alessandro gassmann ने फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई है। alessandro ने सेंटो के किरदार से फिल्म में जान डाल दी है। एक पिता के मनोभाव उन्होंने अच्छी तरह दिखाए हैं। Ginevra Francesconi ने सोफिया की भूमिका निभाई है। फिल्म में डॉन एंजेलो का किरदार Remo Girone ने निभाया है।
एंजेलो वह माफिया डॉन है, जो सेंटो और उसकी बेटी को किसी भी हालत में मारना चाहता है। नेटफ्लिक्स जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म का लाभ ये है कि हम यहाँ वैश्विक सिनेमा देख पा रहे हैं। निर्देशक कोसिमो गोमेज का सिनेमा वीएफएक्स नामक सिनेमाई लत से मुक्त है। फिल्म में एक्शन दृश्य वास्तविक ढंग से फिल्माए गए हैं। हालाँकि इस विषय और कथानक से मिलती जुलती बहुत सी फ़िल्में पहले बन चुकी हैं लेकिन ‘माय नेम इज वेंडेटा’ उनमे अलग स्थान रखती है।
फिल्म में रक्तपात के दृश्य बहुत अधिक हैं इसलिए छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ये नहीं देखनी चाहिए। ये एक रोमांचक थ्रिलर है और दर्शक को बांधे रखता है।