आईएसडी नेटवर्क। सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत अब हत्या में बदलती नज़र आ रही है। मंगलवार को सीबीआई जाँच के पांचवे दिन सीबीआई की संदिग्धों से पूछताछ जारी रही। केस में नया डेवलपमेंट ये हुआ कि सीबीआई ने जाँच के पांचवे दिन उस व्यक्ति संदीप सिंह को पूछताछ के लिए बुला लिया, जो अब तक सीबीआई के राडार से बाहर दिखाई दे रहा था। संदीप सिंह के खिलाफ सीबीआई के हाथ ऐसे सबूत आ गए हैं कि अब उसका गिरफ्तारी से बचना मुश्किल दिखाई दे रहा है। संदीप सिंह की कॉल डिटेल्स से इस केस में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ। अब इस केस में ड्रग पैडलर्स का कनेक्शन भी सामने आया है।
टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट ने बारिश से ठंडी पड़ी मुंबई की सर्द हवा में गर्मी ला दी। इस मीडिया चैनल ने खुलासा किया कि संदीप सिंह ने सुशांत की मौत वाले दिन एक पुलिस अधिकारी से दो बार बात की थी। इसके अलावा उस एम्बुलेंस का ड्राइवर निशाने पर है, जो सुशांत का शव उनके घर से अस्पताल लेकर गया था।
इस ड्राइवर ने सुशांत की मौत के बहुत बाद 14, 15 और 16 जून को संदीप सिंह से बात की थी। ये प्रश्न खड़ा हो गया है कि ड्राइवर अक्षय बंडगार को सुशांत की मौत के बाद संदीप सिंह से बात करने की आवश्यकता क्यों पड़ी? ये भी प्रश्न है कि जिस संदीप सिंह ने पिछले दस माह से सुशांत से बात तक नहीं की थी।
वह उनकी मौत पर अचानक कूपर अस्पताल में प्रकट हो जाता है और कैसे अचानक उसके पास इतना पॉवर आ जाता है कि वह अस्पताल में पुलिसकर्मियों को निर्देश देने लग जाता है। जहाँ सुशांत की बहन को पहले मौजूद होना चाहिए था, वहां पहले संदीप और सुशांत क्या कर रहे थे।
मंगलवार को संदीप सिंह के अलावा सीबीआई ने सुशांत के सीए संदीप श्रीधर से घंटों तक पूछताछ की। अन्य संदिग्ध सिद्धार्थ पिठानी, कुक नीरज सिंह, मैनेजर दीपक सावंत, सैमुअल मिरांडा और केशव से मंगलवार को भी पूछताछ जारी रही। सीबीआई ने मुंबई पुलिस के दो अधिकारियों को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया।
ये दोनों अधिकारी सुशांत केस में शामिल थे। एक खबर और सुर्ख़ियों में है। सुशांत के परिवार से जुड़े करीबी सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जिस दिन सुशांत की मौत हुई, उनके घर के किचन में बाकी लोगों ने खाना बनाया था। ये अजीब बात है कि एक कमरे में शव पड़ा हो और उसी घर के किचन में खाना बनाया जाए।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को सुशांत मामले में दावा किया था कि दुबई का एक ड्रग डीलर सुशांत की मौत के दिन उनसे मिला था। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अब ड्रग्स का एंगल भी सामने आ रहा है।
इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुशांत और रिया चक्रवर्ती के बीच हुई व्हाट्सएप चैट का ब्यौरा सीबीआई और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) को दे दिया है। ताज़ा समाचार ये है कि सुशांत सिंह राजपूत के इस केस की जाँच अब नार्को कंट्रोल ब्यूरो भी करेगी।
नार्को कंट्रोल ब्यूरो के डाइरेक्टर राकेश अस्थाना ने एक न्यूज़ चैनल के साथ हुई बातचीत में ये बात कही है। ये जानकारी मिली है कि सुशांत के सर्कल में कुछ लोग ड्रग पैडलर्स से जुड़े हुए थे।
जब एम्बुलेंस के ड्राइवर से जब मीडिया ने पूछना चाहा कि सुशांत के अंतिम संस्कार के बाद उसने संदीप सिंह से दो बार बात क्यों की, तो वह इस बात से मुकर गया। जबकि कॉल डिटेल्स में साफ़ दिख रहा है कि उसने दो बार संदीप सिंह से बात की थी।
सुशांत के शव को कूपर अस्पताल ले जाने का दबाव संदीप सिंह ने ही बनाया था। ड्राइवर से उसका संदेहास्पद कनेक्शन, अस्पताल की सारी व्यवस्थाएं संदीप देख रहा था। फ़िल्मी सितारों की संदेहास्पद मौत में कूपर अस्पताल की हमेशा ही संदिग्ध भूमिका रही है। बहुत वर्ष पूर्व दिव्या भारती को उनकी मौत के बाद कूपर अस्पताल ही ले जाया गया था और तब भी यही विवाद उठा था।
सुशांत की मौत के बाद उनके घर पर एक मिस्ट्री गर्ल सुशांत के घर में बदहवास निकलती दिखाई दी थी। सोशल मीडिया पर अफवाह चली कि वह लड़की सिंगर-डांसर शिबानी दांडेकर हैं।
उसके बाद शिबानी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर धमाका करते हुए लिखा कि मिस्ट्री गर्ल मैं नहीं हूँ बल्कि राधिका निहलानी हैं। राधिका थिंक लिंक कम्युनिकेशंस की को-फाउंडर हैं। अब तक उन्होंने शिबानी के इस खुलासे का कोई खंडन नहीं किया है। राधिका रिया चक्रवर्ती से जुडी हुई हैं। इसके बाद सीबीआई की जाँच की दिशा में राधिका भी शामिल हो सकती है।