आईएसडी नेटवर्क। रविवार रात मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मुंबई शाखा के चीफ समीर वानखेड़े पर छापेमारी के दौरान जानलेवा हमला किया गया है। एनसीबी की पांच सदस्यीय टीम गोरेगांव में एक जगह छापेमारी करने गई थी, जहाँ ये हमला किया गया। सूत्रों के मुताबिक ये हमला ड्रग पैडलर्स की ओर से किया गया था।
लगभग पचास लोगों की भीड़ ने एनसीबी अधिकारीयों पर हमला किया। जैसे ही एनसीबी की टीम ने ड्रग पैडलर को लेकर जाने की कोशिश की, वहां बहुत से लोग एकत्रित हो गए और टीम को धमकी देने लगे। इस हमले में एनसीबी के दो अधिकारी गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। इस ड्रग पैडलर का नाम कैरी मेंडिस बताया जा रहा है।
जब समीर वानखेड़े और उनके साथी अधिकारियों पर हमला हुआ, मुंबई पुलिस ने बीच में आकर स्थिति संभाली लेकिन तब तक दो अधिकारी बुरी तरह घायल हो चुके थे। हमला करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन आरोपियों को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि कैरी मेंडिस को पहले ही पता था कि एनसीबी की टीम गोरेगांव में आ रही है।
उसके साथी घटनास्थल पर पहले से मौजूद थे इसलिए इसे आकस्मिक हमला नहीं कहा जा सकता। गोरेगांव थाने पर इस मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। रविवार की रात एनसीबी को सूचना मिली थी कि गोरेगांव में बड़ी संख्या में ड्रग बेची जा रही है। इस सूचना के बाद समीर वानखेड़े अपने साथियों के साथ गोरेगांव पहुंचे थे।
हमले के बाद तीन लोग ही पुलिस की गिरफ्त में आए और बाकी लोग घटनास्थल से भाग निकले। ये एक पूर्व नियोजित हमला था। गौरतलब है कि रविवार को ही महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी की कार्रवाइयों को लेकर नाराजगी जताई थी। एनसीबी के चीफ पर जानलेवा हमला होना एक बड़ी घटना है।
महाराष्ट्र सरकार को इस बात का जवाब देना होगा कि उनके राज्य में केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी सुरक्षित नहीं हैं। एनसीबी के विश्वविजय सिंह और शिवा रेड्डी इस हमले में घायल हुए हैं। उल्लेखनीय है कि एनसीबी ने मुंबई में ड्रग्स को लेकर बड़ा अभियान चलाया हुआ है। पिछले पांच माह से एनसीबी बॉलीवुड में ड्रग्स के एंगल पर जाँच कर रही है। दो दिन पूर्व ही एनसीबी ने कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था।
जब तक सरकार का पुनर्गठन नहीं होता फिर से तब तक वहां सैनिक शासन का आदेश दे दिया जाना चाहिए था अन्यथा जाने संविधान जाने संविधान में बैठे लोग ऐसे ही घायल होंगे, मरेंगे जो,मरता है उसे पता होता है कि मरना क्या होता है ,संविधान चलाने वाले का कुछ थोड़े ही होता है ओम ओम ओम ऐसा मैंने महाराष्ट्र राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ की व्यवस्था बिगड़ती व्यवस्था के लिए कहा है
सर आपका ऐप्स कब आएगा। सर