आईएसडी नेटवर्क। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में 180 दिन बाद पहली चार्जशीट दायर करने जा रहा है। एजेंसी से प्राप्त सूत्रों के अनुसार केंद्रीय एजेंसी एनडीपीएस एक्ट के तहत ये आरोप पत्र दायर करेगी। सूत्रों के अनुसार पिछले वर्ष सितंबर और अक्टूबर में गिरफ्तार किये गए आरोपियों के नाम इस चार्जशीट में डाले जाएंगे।
पिछले वर्ष सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या के बाद सीबीआई ने बिहार सरकार की मांग पर इस केस की जाँच शुरु की थी। केस में आर्थिक धोखाधड़ी और ड्रग्स के इस्तेमाल के संकेत मिलने के बाद सहयोगी एजेंसियों के तौर पर प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इस केस से जुड़े थे। इस केस में सबसे अधिक सक्रियता के साथ एनसीबी ने ही कार्य किया।
प्रवर्तन निदेशालय और मुख्य जाँच एजेंसी सीबीआई की सारी गतिविधियां इस केस में विगत छह माह से बंद हो चुकी है। एनसीबी चार्जशीट दायर करेगी तो उसमे रिया चक्रवर्ती, शौविक चक्रवर्ती, जयंती साहा, दीपेश सावंत, संदीप सिंह और सैम्युअल मिरांडा के नाम शामिल किये जा सकते हैं। इनमे रिया, शौविक, दीपेश और मिरांडा ज़मानत पर रिहा चल रहे हैं।
एनसीबी ने इस केस में कई ड्रग पैडलर्स को गिरफ्तार भी किया लेकिन मुख्य सरगनाओं तक पहुँचने में एजेंसी अब तक नाकाम ही रही है। अब तक इस केस में 33 आरोपी गिरफ्तार किये गए हैं। इनमे से तीन को पिछले सप्ताह ही गिरफ्तार किया गया था। पिछले सप्ताह गिरफ्तार होने वाले आरोपियों में एक नाम ऋषिकेश पवार का भी है। ऋषिकेश सुशांत का सहयोगी निर्देशक था।
भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी को भी इस केस में गिरफ्तार किया गया था। उत्तरप्रदेश में अली नामक व्यक्ति के पास से 200 किलो आयातित मारिजुआना बरामद की गई थी। अली करण के साथ राहिला फर्नीचरवाला के साथ भी जुड़ा हुआ है।
राहिला अभिनेत्री दिया मिर्जा के अलावा अन्य कई बॉलीवुड हस्तियों की मैनेजर रह चुकी है। सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या 14 जून 2020 को हुई थी। इसके बाद से ही देश की तीन केंद्रीय एजेंसिया इस केस पर काम कर रही हैं। एजेंसियों को अब तक सुशांत सिंह केस में कोई बड़ी सफलता नहीं मिल सकी है।