अर्चना कुमारी। लव जिहाद नेशनल शूटर तारा शाहदेव के साथ भी हुआ था और अब लव जिहाद और उनके साथ हुए जबरन इस्लामिक कन्वर्जन के मामले में सीबीआई कोर्ट ने अब फैसला सुनाया है। अदालत झूठ बोलकर पहले शादी और इस्लाम कबूलने के लिए दबाव डालने के मामले में दोषी रकीबुल उर्फ रंजीत कोहली को उम्र कैद की सजा सुनाई ।
अदालत ने उस मामले में दोषी रकीबुल की माँ को भी दो साल की सजा सुनाई है। इसके अलावा साजिश रचने के आरोपी हाईकोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद को 15 साल कैद की सजा सुनाई गई । पहले 30 सितंबर 2023 को मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायधीश पीके शर्मा की अदालत नेशनल शूटर तारा शाहदेव के साथ लव जिहाद और धर्मान्तरण के मामले में झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद, मुख्य आरोपी रकीबुल उर्फ रंजीत कोहली और उसकी अम्मी कौशल रानी को दोषी करार दिया था।
लेकिन सजा पर फैसला सुरक्षित कर लिया था लेकिन अब सभी को इंडियन पीनल कोड की धारा 120 बी, 496, 376 (2) एन, 323, 298 और 506 के तहत दोषी पाया गया था। ज्ञात हो नेशनल शूटर रही तारा शाहदेव की मुलाकात रंजीत कोहली नाम के व्यक्ति से हुई थी। कुछ दिनों में दोनों की जान पहचान बढ़ी और रंजीत कोहली बने रकीबुल ने अपनी असली पहचान को गुप्त रखते हुए ही तारा से शादी कर ली। शादी के बाद रंजीत बने रकीबुल ने अपना असली रंग दिखाया।
रकीबुल और उसकी अम्मी ने तारा शाहदेव पर इस्लाम अपनाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया।लेकिन तारा ने मना कर दिया। इस पर आरोप है की दोनो ने तारा शाहदेव को इस्लाम कबूल नहीं करने पर शारीरिक औऱ मानसिक प्रताड़ना दी। उसे मारा पीटा गया औऱ कुत्ते से भी कटवाया गया। बाद में आजिज होकर तारा शाहदेव ने कथित पति और उसकी अम्मी के खिलाफ 14 अगस्त 2014 को केस दर्ज करवाया। इसमें उसने यौन उत्पीड़न, कन्वर्जन और दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
इसी लव जिहाद के बहुचर्चित नेशनल शूटर तारा शाहदेव मामले में सीबीआई कोर्ट ने सजा सुनाई। कोर्ट ने मुख्य आरोपी रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन को उम्रकैद हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद को 15 साल की सश्रम कारावास और रकीबुल हसन की मां कौशल रानी को 10 साल की सजा सुनाई है। इसके बाद पीड़िता ने कहा है कि लव जिहाद शब्द मेरी जिंदगी में जुड़ा, उसके बाद मेरी जिंदगी नरक बन गई।
नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने फैसला आने के बाद अदालत का आभार व्यक्त किया। तारा ने कहा, मैं सीबीआई और अदालत को मुझे न्याय दिलाने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। ये न्याय सिर्फ मेरे लिए नहीं है, बल्कि इससे देश की हर एक बेटी को भरोसा मिलेगा कि उसके साथ जो इस तरह से गलत करेगा, उसे सजा मिलेगी। जो इस तरह के कुकर्म करते हैं, वे डरेंगे। उन्होंने बताया जब मेरी लड़ाई शुरू हुई तो लोगों ने इसे घरेलू हिंसा का नाम दे दिया, लेकिन मैं इंसाफ के लिए लड़ती रही। आगे कहा जो मेरे साथ हुआ, वो किसी और लड़की के साथ ऐसा न हो।