विपुल रेगे। एस.एस.राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ के ‘नाटू नाटू’ गीत को गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स 2023 में ‘ओरिजिनल सांग’ कैटेगरी में विजेता घोषित करते ही भारत के फिल्म प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। राजामौली के लिए ये प्रसन्नता का अवसर है तो थोड़ा दुःख भी साथ आया है। ‘आरआरआर’ को गोल्डन ग्लोब में दो श्रेणियों में नामांकित किया गया था लेकिन वह एक ही श्रेणी में विजेता बन सकी। आगामी ऑस्कर के लिए भी ‘आरआरआर’ को भारत सरकार की ओर से आधिकारिक एंट्री नहीं मिली है।
‘ओरिजिनल सांग’ कैटेगरी में विजेता बनने के साथ ही राजामौली और उनकी टीम को चारों ओर से बधाई का सिलसिला शुरु हो गया। यहाँ तक कि प्रधानमंत्री ने भी राजामौली को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी है। अमिताभ बच्चन और शाहरुख़ खान ने भी राजामौली को शुभकामनाएं दी हैं। संगीतकार एम.एम.किरावनी की कम्पोज़िशन के आमने रिहान्ना, एलक्जेंड्र डेसप्लेट, टेलर स्विफ्ट और लेडी गागा जैसे चोटी के कलाकारों के गीत थे।
हालांकि ‘नाटू नाटू’ की लोकप्रिय भारतीय धुन के आगे वे टिक नहीं सके। गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स 2023 के बेस्ट मोशन पिक्चर (नॉन इंग्लिश) कैटेगरी में ‘आरआरआर’ नहीं जीत सकी। इस कैटेगरी में ‘आरआरआर’ के सामने बड़ी फ़िल्में थी। ये अवार्ड एक अर्जेंटाइन फिल्म ‘अर्जेंटीना’ को दिया गया। इस कैटेगरी में भारत की ओर से ‘द रेपिस्ट’ और ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ ने भी किस्मत आजमाई थी।
बेस्ट मोशन पिक्चर कैटेगरी में बहुत प्रशंसा पा चुकी युद्ध फिल्म ‘ऑल क़्वाइट ऑन वेस्टर्न फ्रंट’ मुकाबले में थी। आलिया भट्ट और संगीतकार ए.आर.रहमान ने राजामौली की इस उपलब्धि पर ख़ुशी ज़ाहिर की है। राजामौली के लिए बहुत ख़ुशी का अवसर है लेकिन वे एक बड़ा अवसर पिछले सितंबर में गँवा चुके हैं। भारत सरकार की ओर से ऑस्कर 2023 के लिए ऑफिशियल एंट्री के रुप में गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ को चुन लिया गया था।
फिल्म फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के पास ये अधिकार है कि वह किसी भी फिल्म को भारत से ऑस्कर के लिए भेज सकता है। उस समय इस निर्णय का फिल्म प्रेमियों ने विरोध किया था। ‘आरआरआर’ जहाँ भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को प्रभावशाली ढंग से दर्शकों के सामने रखती है, वही ‘छेल्लो शो’ भारत की गरीबी को सामने रखती है। भारत से ‘आरआरआर’ ने ऑस्कर में फ्री एंट्री में क्वालीफाई किया है।
इसके अलावा कश्मीर फाइल्स, रोकेट्री, कांतारा, विक्रांत रोणा भी ऑस्कर की दौड़ में हैं। इन सबमे ‘आरआरआर’ का दावा सबसे अधिक मजबूत दिखाई देता है। यदि ‘आरआरआर’ ऑस्कर की किसी श्रेणी में अवार्ड जीतने में सफल हुई तो भारत सरकार का ‘छेल्लो शो’ को आधिकारिक रुप से अवार्ड्स में भेजने का निर्णय गलत सिद्ध हो जाएगा।
वैसे भी भारत की ओर से गई सभी एंट्रीज में ‘आरआरआर’ को लेकर निर्णायक उत्साहित हैं। इसका एक ठोस कारण है कि पिछले एक साल में ‘आरआरआर’ विश्वव्यापी लोकप्रियता हासिल कर चुकी है।