“बस्तर बोल रहा है” शीर्षक के साथ एक्शन ग्रूप फ़ॉर नेशनल इंटीग्रिटी और मिशन वंदे मातरम् फ़ाउंडेशन के संयुक्त आयोजकत्व मे “नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का पर्दाफ़ाश और बस्तर का सच” विषय पर देश की राजधानी दिल्ली मे परिचर्चा आयोजित की गई। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय हिन्दू महासभा भवन के सभागार मे आयोजित परिचर्चा मे बड़ी संख्या मे नक्सल विरोधी विचारक और वक्तागणों ने भाग लिया।
वक्ताओं ने नक्सलियों के शहरी मददगारों को तुलनात्मक रूप से जंगल और अंदरूनी क्षेत्रों मे हिंसक वारदातों को अंजाम देने वाले बंदूक़धारी नक्सलियों से ज़्यादा ख़तरनाक बताया।वक्ताओं ने उन तथाकथित समाजशास्त्रियों, नक्सलविचारधारा समर्थक पत्रकारों और नंदिनी सुंदर सरीखे प्राध्यापकों को भी आड़े हाथ लिया जो किसी न किसी रूप मे देश के बड़े हिस्से मे हिंसा और अशांति का वातावरण निर्मित करने वाले नक्सलवादियों का सहयोग और समर्थन करतें हैं। परिचर्चा मे अग्नि के संयोजक आनंद मोहन मिश्र,साहित्यकार राजीव रंजन प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता उमेश शर्मा, भाजपा अजा-जजा मोर्चा के सुकमा ज़िलाध्यक्ष सोयम मूका, बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के संभागीय अध्यक्ष महेश कश्यप,अग्नि के संपत झा,पी.विजय,मनीश पारेख,सुब्बाराव, पलामू जिला झारखंड निवासी मुरारी शरण, वंदे मातरम् फ़ाउंडेशन के जितेन्द्र तिवारी ,संदीप देव आदि वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।
सभी वक्ताओं ने अरूंधती राय,नंदिनी सुंदर, अर्चना प्रसाद, बेला भाटिया, मालिनी सुब्रह्मण्यम, हिमांशु कुमार आदि लोगों पर नक्सलवाद समर्थक और पोशक होने का आरोप लगाया। वक्ताओं ने लेव्ही के रूप मे नक्सलियों द्वारा वसूली गई हज़ारों करोड़ की राशी का बड़ा हिस्सा इन तक पहुँचने का आरोप लगाया। सेमीनार मे शैलेंद्र भदौरिया,अजयलाल नागर,गोविंद विश्वकर्मा,संदीप पांडे,दीपक गुप्ता,सुनिल बाहरा,आशिष गोडसे,अभय कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
वक्ताओं ने याद किया आईजी कल्लूरी का दौर
नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का पर्दाफ़ाश और बस्तर का सच विषय पर दिल्ली मे आयोजित परिचर्चा मे पुलिस महानिरीक्षक एसआरपी कल्लूरी छाये रहे। ग़ौरतलब है कि आईजी के तौर पर बस्तर मे एसआरपी कल्लूरी की नियुक्ति के दौरान ही नक्सल विरोधी संस्था अग्नि अस्तित्व मे आई थी।यही वह दौर था,जब मिशन 2016 के तहत पुरे बस्तर रेंज मे नक्सल मोर्चे पर पुलिस ने अभूतपुर्व सफलता अर्जित की थी।उसी दौर मे नंदिनी सुंदर और अर्चना प्रसाद पर बस्तर के तोंगपाल थाने मे हत्या का प्रकरण भी दर्ज हुआ था।वक्ताओं ने इन सभी विषयों पर प्रकाश डालते आईजी कल्लूरी को ख़ूब याद किया।
वंदे मातरम् फ़ाउंडेशन ने दिया बस्तर की आवाज़ बुलंद करने का आश्वासन
परिचर्चा मे अधिवक्ता प्रशांत पटेल, मिशन वंदे मातरम् फ़ाउंडेशन के जितेंद्र तिवारी, मुरारी शरण आदि ने शहरी माओवादियों से वैचारिक रूप से निपटनें की दिशा मे हर क़दम पर अग्नि का साथ देनें का भरोसा दिया। लंबी क़ानूनी लड़ाई लड़ कर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जी.एन.साईं बाबा को जेल की सलाखों के पीछे भिजवाने वाले सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता उमेश शर्मा ने भी राष्ट्र विरोधी तत्वों के विरूद्ध अग्नि द्वारा छेड़ी गई लड़ाई को हर स्तर पर सहयोग और समर्थन देनें का आश्वासन दिया।
URL: naxalites expose; Truth of bastar highlight by agni and mission vande matram foundation
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