आईएसडी नेटवर्क। ड्रग्स इन बॉलीवुड केस में शुक्रवार को अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्लीनचिट दिए जाने के बाद नया मोड़ आ गया। नारकोटिक्स ब्यूरो ऑफ़ इंडिया द्वारा गठित एसआईटी ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि वानखेड़े आर्यन खान को किसी भी प्रकार से ड्रग्स केस में फंसाना चाहते थे।
एनसीबी की रिपोर्ट के अनुसार आर्यन के दोस्त अरबाज़ द्वारा उसके ड्रग्स के लेनदेन में शामिल होने को लेकर मना किये जाने के बावजूद जाँच अधिकारी उसके व्हाट्सएप की जाँच करते रहे। रिपोर्ट के अनुसार इस कार्रवाई के लिए औपचारिक रुप से आर्यन का मोबाइल जब्त करने की कार्रवाई तक नहीं की गई थी। अब इस केस में शुक्रवार को एसआईटी ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। आरोपियों की सूची में आर्यन खान का नाम हटा दिया गया है।
अब इस केस में अरबाज़ समेत चौदह आरोपियों का नाम डाला गया है। शुक्रवार को जैसे ही ये समाचार पटल पर आया, राजनीतिक पार्टियों ने अपनी सियासत शुरु कर दी। कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम ने कहा कि इस युवा को जिस तकलीफ से गुज़रना पड़ा, उसकी ज़िम्मेदारी अब कौन लेगा। उन्होंने कहा कि जाँच होने के बाद गिरफ्तारी होनी चाहिए थी। एनसीबी द्वारा वानखेड़े के विरुद्ध जाँच का आदेश देते ही फिल्म उद्योग की कई हस्तियां उन पर हमलावर होती दिखाई दे रही हैं।
पूजा भट्ट, रामगोपाल वर्मा और केआरके ने वानखेड़े की भत्सर्ना करते हुए आर्यन को मासूम बता दिया है। उल्लेखनीय है कि ड्रग्स केस में एनसीबी एक वर्ष से भी अधिक समय से जाँच कर रही है लेकिन उनके हाथ अब तक कोई ठोस सफलता नहीं लगी है। एनसीबी ने पिछले वर्ष में जो जाँच की, वह अधूरी ही रह गई। राष्ट्रीय एजेंसी ने एक समय पर दीपिका पादुकोण, रकुल प्रीत कौर और सारा अली खान के मोबाइल भी जब्त किये थे।
हालांकि इन सभी जांचों का क्या परिणाम रहा, ये आज तक एनसीबी ने नहीं बताया है। मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत केस से लेकर ड्रग्स केस तक जिस ढंग से एनसीबी फेल रही है, उसकी चर्चा सब दूर हो रही है। एनसीबी, ईडी और सीबीआई विगत दो वर्ष से मुंबई में जाँच कर रही है लेकिन उनके पास आज तक कोई लीड नहीं है। आर्यन खान को जिस ढंग से क्लीन चिट दे दी गई है, उससे तो यही लग रहा है कि राजनीतिक दबाव अब राष्ट्रीय एजेंसियों के अंदर तक आ गया है। समीर वानखेड़े जैसे निष्ठावान अधिकारी के विरुद्ध जाँच के आदेश से देश का राष्ट्रवादी वर्ग सरकार से रुष्ट नज़र आ रहा है।