अर्चना कुमारी। नए सीबीआई चीफ के तौर पर 1985 बैच के IPS सुबोध कुमार जायसवाल को CBI का नया डायरेक्टर बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाई लेवल कमिटी की मीटिंग में इसका फैसला लिया गया। इस कमिटी में भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। मंगलवार को पर्सनल मिनिस्ट्री ने उनकी नियुक्ति का ऑर्डर जारी किया।
CBI डायरेक्टर का पद फरवरी से खाली है। जबकि सीनियर आईपीएस अधिकारी सुबोध जायसवाल बेदाग छवि के अफसर माने जाते हैं। पुलिस सेवा में बेहतरीन काम के लिए उन्हें 2009 में प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से भी नवाजा जा चुका है। सुबोध जायसवाल को जासूसों का मास्टर भी कहा जाता है। उन्होंने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं। सख्त छवि के सुबोध जायसवाल ने कई बड़े मामलों की जांच लीड की है। उनका कार्यकाल दो साल का होगा। वह वर्तमान में सीआइएसएफ के महानिदेशक और पूर्व में महाराष्ट्र एटीएस के चीफ भी रह चुके हैं। ज्ञात हो कि फरवरी महीने में आरके शुक्ला के रिटायर होने के बाद देश की शीर्ष जांच एजेंसी के प्रमुख का पद रिक्त था। इसके बाद सीबीआइ के अपर निदेशक प्रवीण सिन्हा अस्थायी तौर पर जांच एजेंसी के निदेशक के तौर पर काम देख रहे थे।
बताया जाता है कि 22 सितंबर 1962 को जन्मे सुबोध जयसवाल महाराष्ट्र कैडर से हैं और वह मुंबई के पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र के डीजीपी भी रहे चुके हैं। वे नौ साल तक रिसर्च एंड एनालिसिस विंग में लंबी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने रा में रहते हुए तीन साल तक अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभाई। सीबीआइ के नए निदेशक के लिए सोमवार को जिन तीन नामों का पैनल तय हुआ, उसमें सुबोध जायसवाल सबसे वरिष्ठ थे।
सूत्रों के अनुसार अन्य दो नाम गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी और एसएसबी के महानिदेशक केआर चंद्रा के थे। सीबीआइ के नए प्रमुख की नियुक्ति में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से तय एक नियम के चलते इस दौड़ में शामिल दो प्रमुख नाम विचार करने से पहले ही बाहर हो गए। पूर्व में प्रबल दावेदारों में गिने जा रहे राकेश अस्थाना और वाईसी मोदी भी इस रेस से बाहर हो गए थे ।
राकेश अस्थाना और वाईसी मोदी दोनों गुजरात कैडर के हैं और सीबीआइ निदेशक पद के लिए केंद्र सरकार के पसंदीदा गिने जा रहे थे। दोनों को नियुक्त नहीं करने का मतलब यह था कि वाईसी मोदी इसी 31 मई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से रिटायर हो रहे हैं, जबकि बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। चुने गए नए सीबीआई चीफ सुबोध जायसवाल तेलगी घोटाले में जांच के बाद चर्चा में आए थे। उस समय वह स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे।
सुबोध जायसवाल ने महाराष्ट्र एटीएस का नेतृत्व करते हुए कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी काम किया । उम्मीद है उनके नेतृत्व में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ऊंचाइयां हासिल करेगा। सुबोध जायसवाल मूलत: झारखंड के धनबाद के चासनाला क्षेत्र के रहने वाले हैं और उनके पिता शिव शंकर जायसवाल सिंदरी क्षेत्र के बड़े कारोबारी थे।
झारखंड के रोहड़ाबाध में उनकी एक दुकान और लॉज भी था और वह लंबे समय तक सिंदरी रोटरी क्लब के अध्यक्ष भी रहे थे। सुबोध जायसवाल की स्कूलिंग डिगवाडीह डिनोबिली स्कूल में हुई थी जबकि उनके एक भाई मनोज जायसवाल चेन्नई में प्रोफेसर हैं। उनकेे एक और भाई प्रिंस जायसवाल यूरोप में रहते है।