Resident Evil: Welcome to Raccoon City
विपुल रेगे। सन 2002 में रेजिडेंट इविल ने सिनेमा की दुनिया में प्रवेश किया था। वायरस संक्रमित ज़ॉम्बीज़ से लड़ने वाली एलिस को दर्शकों ने हाथोहाथ लिया था। नई शताब्दी के आरंभ में वैश्विक सिनेमा तकनीक के रथ पर सवार था। ये एक नया कथानक था, जिसने विश्वभर के दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसके छह भाग बनाए गए, जो बॉक्स ऑफिस पर शानदार ढंग से सफल रहे लेकिन इस माह प्रदर्शित हुआ इसका नया भाग दर्शकों को मायूस कर गया।
वायरस संक्रमित ज़ॉम्बीज से एलिस को लड़ते देखना इस सीरीज का सबसे बड़ा आकर्षण हुआ करता था। नए भाग में वह आकर्षण समाप्त सा दिखा। ऐसा नहीं कि Milla Jovovich की अनुपस्थिति इस फिल्म को लील गई हो। इस बार का प्रस्तुतिकरण भी फिल्म के औंधे मुंह गिरने का एक बड़ा कारण बना है।
Milla Jovovich निसंदेह इस फ्रेंचाइजी की सबसे बड़ी आकर्षण हुआ करती थीं। उनके स्टंट के दर्शक बड़े प्रशंसक थे। नई फिल्म की कहानी रकून शहर की बर्बादी से शुरु होती है। शहर के लोग बीमार होते जा रहे हैं। अम्ब्रेला कार्पोरेशन अपना कारोबार बंद कर दूसरे शहर में जा चुका है।
ठीक 24 घंटे बाद रकून शहर को परमाणु से नष्ट करने की योजना बन रही है। जो लोग बीमार हो रहे हैं, वे ज़ॉम्बीज बनते जा रहे हैं। शहर में पुलिस बल बहुत कम है। चंद पुलिसकर्मियों के कंधों पर शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। क्लेयर रेडफील्ड उन बच्चों में से हैं, जिन्हे अम्ब्रेला कार्पोरेशन में एक्सपेरिमेंट के लिए लाया गया था।
क्लेयर वहां से भाग निकली थी लेकिन शहर ख़त्म होने की रात वह वापस उस शहर में जा पहुँचती है। अम्ब्रेला के ही कुछ लोग क्लेयर और उसके साथियों को मारना चाहते हैं। फिल्म की शुरुआत बहुत सुस्त है। पहले की फिल्मों के ओपनिंग सीन Milla Jovovich के धुंआधार स्टंट के साथ खुलते थे और दर्शक पर फिल्म की पकड़ मजबूत कर देते थे।
इस बार शानदार स्टंट गायब हैं। दहलाने वाले ताकतवर ज़ॉम्बीज गायब हैं। कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि रेजिडेंट इविल की मुख्य थीम ही खो गई है। लगभग ढाई सौ करोड़ के असंभव बजट से बनी फिल्म अब तक टिकट खिड़की पर बहुत कम पैसा बटोर सकी है। जो दर्शक बड़े उत्साह से फिल्म देखने थियेटर पहुंचे, उनके हाथ निराशा ही लगी है। भारत में फिल्म ने बहुत कमज़ोर ओपनिंग ली है। रेजिडेंट इविल फ्रेंचाइजी की सबसे कमज़ोर फिल्म पर पैसा खर्च करने की कोई तुक नहीं है।