अर्चना कुमारी । सरकार अब भी नहीं चेती तो वह दिन दूर नहीं जब भारत इस्लामिक राष्ट्र बन जाएगा । खतरनाक मंसूबों और ठोस प्लानिंग के साथ कई संगठन इस दिशा में काम कर रहे हैं। इस बीच पटना के फुलवारी शरीफ मामला जल्द ही दो प्रमुख केन्द्रीय जांच एजेंसी करेगी टेकओवर और जांच एजेंसी NIA और प्रवर्तन निदेशालय (ED ) जल्द ही इस केस को देखेगी ।
सूत्रों का कहना है आतंकी संगठन गजवा-ए-हिन्द से जुड़े स्लीपर सेल मरगूब से IB के अधिकारी और पटना पुलिस द्वारा हो रही है लगातार पूछताछ। मरगूब से “इलिसा “नाम की लड़की के बारे में हो रही है पूछताछ। सूत्रों के मुताबिक “साल 2023 में करेंगे जिहाद” इस ऑपरेशन के बारे में पूछताछ की जा रही है जबकि जांच का दायरा बिहार से उत्तर प्रदेश होते हुए दक्षिण के राज्यों तक पहुंच गया है। जांच एजेंसियों का कहना है कि तहरीक -ए- लब्बेक नाम से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप से मिली है कई महत्वपूर्ण जानकारी।
तहरीक -ए- लब्बेक नाम से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप को पाकिस्तानी नम्बर से बनाया गया था ग्रुप। जबकि फुलवारी शरीफ पटना में पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया ने जो इस्लामिक राष्ट्र के लिए प्लान बनाए थे, उसे सुनकर दंग रह जाएंगे। इस बारे में एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि लखनऊ से नूरुद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट नूरुद्दीन नामक एक और आरोपी को यूपी एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया जबकि अब उसे बिहार लाने की तैयारी की जा रही है। जो एफआईआर हुआ था उसमें यह नामजद है।
सूत्रों का दावा है कि कट्टरपंथी संगठन पीएफआई ने खतरनाक प्लान तैयार किया और हिंदुओं को उनकी औकात बताने की साजिश रची गई थी। एक्शन प्लान, जिसमें लिखा था, 10% मुस्लिम साथ दे तो बहुसंख्यक घुटनों पर आ जाएंगे। हिंदुओं को कमजोर करने के लिए हिंदुओं में फूट डालना जरूरी है और इसके तहत दलित और पिछड़े वर्ग को बाकी हिंदुओं से अलग करना जरूरी है। पीएफआई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से दलित ओबीसी को अलग करने की कोशिश में जुटी थी और इसके तहत मुस्लिमों को आर एस एस में प्रवेश दिलाना था। जहां पहले पन्ने में भारत को इस्लामिक शासन की ओर ले जाने की बात कही गई है, वहीं दूसरे पन्ने में कहा गया है कि देश के 9 जिलों में 75% मुस्लिम आबादी है।
ऐसे 9 जिलों को छोड़कर बाकी जगहों पर मुस्लिमों की स्थिति बदतर है और इनकी स्थिति प्रत्येक हाल में सुधारने के लिए इस्लामिक राष्ट्र बनना जरूरी है। पहले के शासन कर्ता अंग्रेज हिंदुओं से सहानुभूति रखते थे और अंग्रेज मुस्लिमों को प्रताड़ित करते थे जबकि मुसलमानों को बचाने की जिम्मेदारी हमारी है और समुदाय को बचाने के लिए नेतृत्व को उभरना होगा। तीसरे पन्ने में प्रत्येक सूरत में 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना लक्ष्य घोषित कर दिया गया है और इसके तहत से मुस्लिम समुदाय के पास राजनीतिक सत्ता होगी।
इसमें प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति और अन्य सर्वोच्च पदों पर मुस्लिम ही सिर्फ विराजमान हो पाएंगे। ऐसी स्थिति के लिए जरूरी है कि सिर्फ 10% मुस्लिम भी साथ आ जाए तो वह कायर बहुसंख्यक घुटनों के बल आ जाएंगे। इस लक्ष्य को पाने के लिए युवाओं को आगे होना होगा और मुस्लिम युवाओं को बताया जाना चाहिए किसी भी तरह इस्लामिक शासन स्थापित करना है।
चौथे पन्ने में मुसलमानों को तलवार, रॉड और हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने की योजना है और इसमें कहा गया है कि हिंसा का टारगेटेड इस्तेमाल अपनी ताकत दिखाने के लिए करना होगा। हिंदुओं तथा अन्य धर्म के लोगों को उनकी औकात बताने के लिए हिंसा का इस्तेमाल किया जाएगा खासकर बहुसंख्यकों को टेरराइज करने के लिए यह जरूरी है।
इसके अलावा कैडर में जो अच्छा करेंगे उन्हें फायर आर्म्स और विस्फोटकों की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस्लामिक राष्ट्र का नक्शा, राष्ट्रीय ध्वज तथा संविधान अलग होगा । अपने सपने को साकार करने के लिए एग्जीक्यूटिव और ज्यूडिशियरी में ज्यादा से ज्यादा घुसपैठ करना होगा। शासन-प्रशासन की ज्यादा से ज्यादा जानकारी इकट्ठा की जानी चाहिए और चुनाव जीतने के लिए दलित पिछड़े तथा अन्य जातियों को अपने झांसे में लेना होगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को किसी भी हालत में ऊंची जात का संगठन बताना है और इनसे जुड़े सभी अन्य जातियों को इनसे अलग करना है। मुस्लिमों के साथ जब दलित और पिछड़े साथ आ जाएंगे तब सत्ता पाने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।
पीएफआई को मुस्लिमों का हित कर बताना होगा और पांचवें पन्ने में इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित एक नया संविधान घोषित किया जाएगा। इसके लिए बाहरी ताकतों की मदद ली जाएगी। उस समय जो भी खिलाफ होंगे ,उन्हें खत्म कर दिया जाएगा। मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ बढ़ाने के लिए बाबरी मस्जिद, मुस्लिमों की लिंचिंग का इस्तेमाल करें और इसके ऑडियो तथा वीडियो दिखाकर ब्रेनवाश करते रहे। दो अन्य महत्वपूर्ण पन्नों के तहत जो छठे पन्ने में लोगों का ब्रेन वॉश करने की योजना बनाई गई है और इसके लिए प्रत्येक घर से पीएफआई का सदस्य बनाना आवश्यक कर दिया गया है।
हर घर से एक व्यक्ति को संगठन में भर्ती नहीं कर पाए तो हर एक को पार्टी में शामिल करना होगा। इसके अलावा उन्हें अपने मैगजीन या आर्टिकल का पाठक बनाना होगा जबकि प्रत्येक मुस्लिमों को चुस्त-दुरुस्त रहना जरूरी है और इसके लिए योग सत्र भी चालू किया जाएगा। योग सत्र और स्वस्थ लोग के लिए पीएफआई काम करेगा।
इतना ही नहीं मुस्लिम बहुल इलाकों में जमीनों का अधिग्रहण भी जरूरी है जबकि 7 और 8 वें पन्ने में इस्लामिक देशों से दोस्ती करने की योजना तैयार की गई है। पाकिस्तान से तुर्की तक उसके मित्र होंगे और अन्य मुस्लिम देशों को भी इसका सदस्य बनाया जाएगा। हिंदू/संघ परिवार के नेताओं का डेटा बेस तैयार करना होगा और हिंदू नेताओं को ट्रैक करने के लिए ऑफिस के लोकेशन को ट्रैक करना होगा। इस काम के लिए फ्रेंडली इस्लामिक देशों की मदद लेनी होगी