घर खरीदना हमेशा से ही भारतीयों की प्राथमिकता रहा है। घर कैसी जगह हो, ज्यादा महंगा न हो, मूलभूत सुविधायें हो। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही द्वारका उप-महानगर की स्थापना की गयी, जहाँ सुविधाओं के साथ हर वर्ग को उनके हिसाब से मकान मिल सके।
गेटवे प्रॉपरटीज के मालिक श्री राजवीर सिंह द्वारका को एक विकसित होता उपनगर मानते हैं. राजवीर जी का मानना है की द्वारका व्यापारिक दृष्टि से श्रेष्ठ है। निवास के लिहाज से भी द्वारका में कई विकल्प उपलब्ध हैं।
पार्किंग को द्वारका सेक्टर-7 की बड़ी समस्या मानते हुए राजवीर कहते हैं कि इतनी बड़ी मार्केट के साथ पार्किंग का होना जरूरी है, नहीं तो जाम की समस्या उत्पन्न होती ही रहेंगी। वे आगे कहते हैं कि द्वारका में मनोरंजन के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है। यहाँ न तो कोई मॉल है न ही कोई मल्टीप्लेक्स ही बना है। यही इस उपनगरी को अपूर्ण बनाता है। द्वारकावासियों को यदि मल्टीप्लेक्स मिल जाए तो फिर क्या कहने? फिर यह अपने आप में दिल्ली का एक पूर्ण उपनगर बन जाएगा।