विपुल रेगे। निर्देशक राज मेहता की ‘जुग जुग जियो’ ऐसे समय पर आई है, जब इसकी आवश्यकता थी। एक्शन-एडवेंचर वाली फिल्मों की अधिकता के चलते बॉक्स ऑफिस पर एक परिवर्तन की कमी महसूस की जा रही थी। कुछ गलतियों के साथ ये फिल्म दर्शक का भरपूर मनोरंजन करती है। हालांकि इतना ज़रुर है कि बॉक्स ऑफिस की खिड़की पर पारिवारिक फिल्मों का दौर आ सकता है, बशर्ते ये फिल्म हिट की श्रेणी में आ जाए।
जुग जुग जियो की सबसे अच्छी बात ये है कि ये एक संदेश देती है। इन दिनों बॉक्स ऑफिस पूर्ण रुपेण व्यावसायिक हो रखा है और संदेश देने वाली सार्थक फ़िल्में पटल से ही गायब कर दी गई है। भारत के परिवार आमतौर पर फिल्मों के विषय हुआ करते हैं। बहुत सी फ़िल्में परिवार को केंद्र बिंदु रखकर बनाई गई है। विदेश में रहकर काम कर रहा एक विवाहित जोड़ा अब तलाक की बात करने लगा है। कुक्कू सैनी और नैना के बीच तलाक का ठोस कारण भी नहीं है।
ये दोनों एक शादी में भारत आते हैं। ये निर्णय होता है कि विवाह पश्चात् घरवालों को इस निर्णय के बारे में बता दिया जाएगा। परिस्थितियां और बदलती है। कुक्कू को पता चलता है कि उसके पिता भीम किसी मीरा नाम की महिला के प्यार में है और उसकी माँ गीता को तलाक देना चाहते हैं। देखा जाए तो इस फिल्म की स्क्रिप्ट बहुत दमदार है किन्तु ट्रीटमेंट वैसा नहीं दिया गया है। बेशक फिल्म खूब मनोरंजन करती है लेकिन कुछ कमियां भी रह गई है।
राज मेहता की इस फिल्म की सबसे मुख्य गलती है कि नैना और कुक्कू के बीच तलाक की बड़ी वजह को स्पष्ट ही नहीं किया गया है। ये अस्पष्टता दर्शक को भ्रमित करती है। फिल्म बीच-बीच में कई बार उबाऊ हो जाती है। कुछ दृश्य अनावश्यक ढंग से डाले गए हैं। दूसरी तरफ फिल्म का सकारात्मक पक्ष ये है कि सभी कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है। वरुण धवन, कियारा आडवाणी, अनिल कपूर, नीतू सिंह, मनीष पाल, टिस्का चोपड़ा अपने किरदारों में पूर्णतः फिट बैठते हैं।
वरुण धवन ने अच्छी वापसी की है। अनिल कपूर जुग जुग जियो की यूएसपी है। वे फिल्म में न होते तो इसका मज़ा ही चला जाता। बड़े अरसे बाद अनिल कपूर को ऐसा किरदार मिला है, जिसे उन्होंने खुद दिल से एन्जॉय किया है। कोई बड़ी बात नहीं जो केवल अनिल कपूर का ये कैरेक्टर फिल्म को चला ले जाए। उनका अंदाज़, उनकी कॉमिक टाइमिंग, उनका रिएक्शन आज भी कमाल का है। अनिल कपूर का कॉमिक रोल इस फिल्म की जान है।
नीतू सिंह ने बड़ा ही स्वाभाविक अभिनय दिखाया है। नीतू सिंह और अनिल कपूर के कारण फिल्म में भव्यता आ जाती है। कियारा आडवाणी अब एक लकी गर्ल बन गई हैं। उनकी शोख मौजूदगी इस फिल्म को सफलता की ओर ले जा सकती है क्योंकि भूल-भुलैया के बाद उनके प्रशंसक तेज़ी से बढ़ गए हैं। जुग जुग जियो ने बॉक्स ऑफिस पर औसत शुरुआत की है लेकिन कलेक्शन के आंकड़े बढ़ने की उम्मीद दिख रही है।
बॉलीवुड वालों को अब धर्म का सम्मान करना सीखना चाहिए या पूजन संबंधित दृश्य दिखाना बंद कर देना चाहिए। जाने-अनजाने में उनसे गलती हो ही जाती है। इस फिल्म में भी हुई है। हालाँकि फिर भी कोई अश्लीलता न रखने और मनोरंजक फिल्म बनाने के लिए टीम जुग जुग जियो को बॉक्स ऑफिस का आशीर्वाद मिल सकता है।