अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में मोदी सरकार ने इटली से दो और बिचौलियों के प्रत्यर्पण कराने की मांग की है। माना जाता है कि इसके प्रत्यर्पण से कई और राज सामने आएंगे। जिस प्रकार मोदी सरकार को भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण कराने में सफलता मिली है, उससे उत्साहित होकर देश के पैसे लेकर विदेश भागने वाले सभी 58 भगोड़े कारोवारी को देश लाने के लिए जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। मोदी सरकार माल्या को ही देश लाने से संतुष्ट नही है बल्कि देश का पैसा पचाने वाले हर कारोबारी से हिसाब लेना चाहती है। मोदी सरकार माल्या के अलावा नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, चेतन संदेसरा, ललित मोदी और नितिन समेत 58 भगोड़े कारोबारियों को देश के कानून के सामने ला कर खड़ा करने के लिए कमर कस चुकी है। सरकार ने इस बारे में संसद को भी जानकारी दे दी है।
मोदी सरकार ने संसद में यह भी जानकारी दी है कि सरकारी जांच एजेंसिया सीबीआई, ईडी और डीआरआई 16 भगोड़े कारोवारियों के प्रत्यर्पण कराने की मांग कई देशों से कर चुकी है। इसी संदर्भ में इटली से भी वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद घोटाला मामले के दो अन्य बिचौलियों के प्रत्यर्पण की मांग की गई है। सीबीआई ने 2017 में कार्लो जीरोसा तथा 2018 की जनवरी में गुइडो हैश्क के प्रत्यर्पण की मांग की थी। सरकार और जांच एजेंसियों के इस प्रयास से वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले की जांच में बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। गौर हो कि अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल का पहले ही प्रत्यर्पण कराया जा जुका है। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। उसके प्रत्यर्पण के लिए भी अनुरोध किया जा चुका है।
भारत सरकार एंटीगुआ से चोकसी के प्रत्यर्पण की मांग कर रही है। इतना ही नहीं गुजराती मूल के कारोबारी आशीष जोबन और उसकी पत्नी प्रीति के लिए भी अमेरिका से तथा ललित मोदी के लिए सिंगापुर से प्रत्यर्पण की मांग कर चुकी है। स्टर्लिंग बायोटेक के जरिये 5 हजार करोड़ रुपये को धोखाधड़ी करने वाले संदेसरा बंधुओं के लिए भी मोदी सरकार ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया है।
मोदी सरकार जिन भगोड़े कारोबारियों को येन-केन-प्राकरेण देश लाने के लिए कृत संकल्प है उनमें सौमित जेना, विजय कुमार, रेवा भाई पटेल, सुनील रमेश रूपाणी, पुष्पेश कुमार वैद्य, सुरेंद्र सिंह, अंगद सिंह, हरसाहिब सिंह, हरलीन कौर, अशीष जोबनपुत्र, जतीन मेहता, नीरव मोदी, नीशल मोदी, अमी नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, चेतन जयंतीलाल संदेशरा, दीप्ति चेतन संदेशरा, नीतीन जयंतीलाल संदेशरा, सभ्य सेठ, नीलेश पारिख, उमेश पारिख, सन्नी कालरा, आरती कालरा, संजय कालरा, वर्षा कालरा, हेमंत गांधी, इश्वर भाई भट, एम जी चंद्रशेखर, चेरिया वी सुधीर, नौशा कादीजथ और चेरिया वी सादिक आदि शामिल हैं।
प्वाइंट वाइज समझिए
देश के भगोड़ों पर शिकंज
* देश के पैसे लेकर विदेश भागे सारे भगोड़ों पर है सरकार की नजर
* मोदी सरकार ने इटली से दो और बिचौलियो के प्रत्यर्पण की मांग की है
* अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले की जांच में मिलेगी सहायता
* सभी 58 भगोड़ों को देश लाने के प्रयास में जुटी है मोदी सरकार
* माल्या और मोदी को ही विदेश से देश लाने का नहीं किया जा रहा प्रयास
* सभी 58 भगोड़ों को देश लाने के लिए सक्रिय हैं देश की सभी जांच एजेंसिया
* ब्रिटेन कोर्ट से हाल ही में माल्या को प्रत्यर्पण की हरी झंडी मिल चुकी है
* मेहुल चोकसी के खिलाफ भी इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है
* सीबीआई ने इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का किया था अनुरोध
URL : not only mallya and nirav govt trying to get back 58 looters!
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