अर्चना कुमारी। आने वाला समय साइबर क्राइम अपराधियों का है और इस पर नकेल कसने के लिए पुलिस के पास कोई खास इंतजाम नहीं है। कोई भी ऐसा राज्य नहीं है जहां साइबर अपराधी लगातार अपराध को अंजाम नहीं दे रहे हैं। अब तो डेटिंग ग्रुप पर भी धोखाधड़ी होने लगा है, जबकि यहां पर युवक युवती अपने प्यार का इजहार करते हैं।
बताया जाता है कि मीठी मीठी बात करने और इसके बदले नौकरी पाने के इच्छुक लोगों को बेवकूफ बनाकर धोखाधड़ी की गई जबकि ऐसे ही गैंगस के दो आरोपियों को नौकरी दिलवाने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया । आरोपी की पहचान शिवांशु उर्फ बब्बू (22) और मो. इमरान खान उर्फ शाहबाज खान उर्फ अभिषेक सिंह (25) के रूप में हुइ ।
पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल फोन, सिमकार्ड व एक डेबिट कार्ड बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में एक आरोपी हरप्रीत सिंह को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि फरवरी 2019 में बुुराड़ी निवासी एक युवक ने डेटिंग ग्रुप पर नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी की शिकायत बुराड़ी थाना पुलिस से की थी। उस समय पुलिस को पीड़ित ने बताया कि मोबाइल पर बॉबी कुमार नामक एक शख्स का कॉल आया।
आरोपी ने डेटिंग ग्रुप पर नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। उसके बाद बातचीत के दौरान पीड़ित ने पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये जमा कर दिए। इसके बाद धीरे-धीरे आरोपियों ने पीड़ित से करीब 4.50 लाख रुपये ठग लिये। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस टीम ने टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से उसी समय एक आरोपी हरप्रीत को नैनीताल से दबोच लिया।
पता चला कि उसके खाते में एक लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। उसके पास से रकम भी बरामद हो गई। लेकिन आरोपी अंडरग्राउंड हो गए। पुलिस भी लगातार आरोपियों की तलाश करते रहे। इस बीच पुलिस की टीम ने डेटिंग ग्रुप के 50 से अधिक मोबाइल नंबरों की जांच की तो पता चला कि पुराने नंबर दोबारा से एक्टिव थे।
उसके आधार पर पहले पुलिस ने निहाल विहार से शिवांशु उर्फ बब्बू और बाद में किराड़ी, सुलेमान नगर निवासी इमरान को दबोच लिया। पुलिस का कहना है दोनों के पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन भी बरामद हुए। आरोपी नई उम्र के लड़कों को डेटिंग ग्रुप में जोड़कर नौकरी दिलवाने का झांसा देते थे। पुलिस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।
बीच में आरोपी अंडरग्राउंड हो गए थे। जब आरोपियों को लगा कि पुलिस ने उनसे निगाह हटा ली है तो आरोपियों ने दोबारा से ठगी का धंधा शुरू कर दिया था। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने इस तरह से कई लोगों को बेवकूफ बनाया और उनके साथ धोखाधड़ी की है और इस बारे में छानबीन की जा रही है।नोट- क्राइम की आने वाली देशव्यापी ताजा तरीन खबरें को यूट्यूब पर देखने और सुनने के लिए बादल ISD क्राइम स्टोरी का हिस्सा जरूर बने, सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं। https://youtube.com/channel/UCEta4qTrhS6DwcYD7quoUGg