अर्चना कुमारी । जैकलीन फर्नांडिस ने विदेश जाने की इजाज़त मांगने वाली याचिका को वापस ले लिया है। जैकलीन फर्नांडिस ने अपनी बीमार मां से मिलने के लिए बहरीन जाने की इजाज़त मांगी थी। इस पर न्यायाधीश ने कहा आप याचिका वापस ले सकती और पहले आरोप तय होनी चाहिए वरना मैं एक न्यायिक आदेश पारित करूंगा।
जैकलीन फर्नांडिस के विदेश जाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान जैकलीन के वकील की तरफ से कहा गया कि मेरी तरफ से कोई कमी नही रही है। हमने कभी भी कोई नियम नही तोड़ा, हमने जमानत की शर्तो को भी हमने स्वीकार किया है।
कोर्ट ने जैकलीन से पूछा कि क्या आपने बहरीन का वीजा लिया है? इसके जवाब में जैकलीन के वकील ने कहा कि उसके पास पहले से ही वीजा था। विरोध में तर्क देते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मामला बहुत ही महतवपूर्ण पड़ाव पर है साथ ही यह भी कहा कि वह एक विदेशी नागरिक हैंं।
ऐसे में उसे विदेश जाने की अनुमति नही दी जानी चाहिए। प्रवर्तन निदेशालय ने जैकलिन की विदेश जाने की मांग का विरोध करते हुए कहा विदेश जाने की मांग का विरोध करते हुए कहा कि वो विदेशी नागरिक है। हो सकता है कि वो फिर वापस न लौटे, हो सकता है कि वो अपना करियर विदेश में भी बना सकती है।
कोर्ट ने पूछा कि अभी मामले कि जाँच अहम मोड़ पर है। तो इसी सूरत में जाने की ज़रूरत क्या है? कोर्ट ने कहा कि हम समझ रहे है कि आपके लिए इमोशनल मामला है। आप अपनी बीमार मां से मिलना चाहते है। कोर्ट ने कहा कि पहले मामले में चार्ज फ्रेम हो जाने दे।आप इस मामले पर पहले जैकलीन से बात कर लीजिए फिर हमें बताइए, आप चाहे तो याचिका वापस ले सकते हैं।
वही जैकलिन की तरफ से उनके वकील ने कहा को चाहे तो जैकलिन से इस मसले पर बात कर लें। इसके बाद जैकलीन फर्नांडिस ने विदेश जाने की इजाज़त मांगने वाली याचिका को लिया वापस ले लिया। याचिका वापस लेने से पहली अभिनेत्री ने अदालत को बताया है कि जांच के दौरान उन्होंने पहले विदेश यात्रा की अनुमति दी गई थी उस समय भी प्रवर्तन निदेशालय ने इसका विरोध किया था लेकिन उच्च न्यायालय मैं इसकी अनुमति दी थी