राजनेता पिछले तीन दशक से OBC का आरक्षण काटकर मुस्लिम-इसाई को दे ही रहे थे, अब SC/ST (दलितों) आरक्षण का भी हिस्सा काटकर पासमांदा मुस्लिम को देने की तैयारी चल रही है। हालांकि इसके लिए संविधान के अनुच्छेद- 341 में बदलाव करना होगा, जो इतनी बड़ी बहुमत वाली सरकार चाहे तो कर सकती है।
हिंदू SC की श्रेणी में यदि पसमांदा मुस्लिमों को रखा गया तो यह दोबारा देश को बांटने वाला और हिंदुओं को अल्पसंख्यक बनाने वाला साबित होगा। कैसे, देखिए?
१) पसमांदा मुस्लिम SC/ST Act का दुरुपयोग जमकर हिंदुओं के विरुद्ध करेंगे। मोदी सरकार पहले ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट कर SC/ST act को और मजबूत बना चुकी है।
२) अभी दलितों के लिए लोकसभा-विधानसभा की सीटें आरक्षित (संभवतः अभी 131 लोकसभा और 1225 विधानसभा में SC/ST के लिए सीटें आरक्षित हैं।) होती हैं। SC सूची में आते ही पसमांदा मुस्लिमों के लिए भी इतनी बड़ी संख्या में सीटें आरक्षित हो जाएंगी। ब्रिटिश शासन ने मजहबी आधार पर अलग निर्वाचन के जरिए ही भारत विभाजन का बीज बोया था।
३) सबसे बड़ी बात हिंदुओं का धर्मांतरण तेज होगा। अभी हिंदू दलितों के मुस्लिम-इसाई बनते ही उसके SC आरक्षण का लाभ छिन जाता है। कल को पसमांदा मुस्लिम को SC सूची में डालते ही यह डर भी समाप्त होगा और जमकर धर्मांतरण होगा। फिर 100 साल के अंदर हिंदू अपने ही देश में अल्पसंख्यक हो जाएंगे।
सरकार जो करने जा रही है, उसका साक्ष्य लिंक
sandeepdeo