पटना के सभी हिंदूवादियों ने बांग्लादेश में हुए हिन्दुओ के भीषण नरसंहार पर तीव्र आक्रोश व्यक्त किया।
विश्व धर्म संसद के लिये भिक्षा मांगने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज बिहार की राजधानी पटना पहुँचे
जो बांग्लादेश के हिन्दुओ के साथ हुआ है,वो बहुत जल्दी भारत के हिन्दुओ के साथ भी होगा-यति सत्यदेवानंद सरस्वती
आज सनातन धर्म को पुष्यमित्र शुंग जैसे नेता और आचार्य चाणक्य जैसे धर्मगुरुओं की आवश्यकता है क्योंकि जो भीषण नरसंहार आज बांग्लादेश के हिन्दुओ का हो रहा है,एक दिन ये भारत के कोने कोने में भी होगा।आज सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिमो को यह समझना होगा कि जो इस्लाम बांग्लादेश के मुस्लिम मानते हैं,वो ही इस्लाम भारत सहित पूरे विश्व के मुस्लिम मानते हैं।अब ये सम्पूर्ण विश्व को तय करना है कि वो इस्लाम के इन जिहादी दरिंदों के साथ कैसे निर्वाह करेंगे।
ये विचार शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने पटना में एक प्रेस वार्ता में व्यक्त किये।प्रेस वार्ता में उनके साथ माधव लाल,विनायक जी,यति सत्यदेवानन्द, यति रणसिंहानन्द, यति निर्भयानन्द, यति परमात्मानन्द, यति रामस्वरूपानन्द फलाहारी बाबा, यति अभयानन्द तथा अन्य भक्तगण उपस्थित दे।
प्रेस वार्ता से पहले महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने अपने शिष्यों के साथ पटना के महावीर मंदिर में बजरंगबली हनुमान जी की पूजा करके उनसे इस्लामिक जिहाद के समूल विनाश की कामना की।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज अपने साथियों के साथ इस्लाम के जिहाद की अवधारणा को सम्पूर्ण विश्व को समझाने के लिये 5 दिवसीय विश्व धर्म संसद का आयोजन कर रहे हैं जिसमे सम्पूर्ण विश्व के सभी गैर मुस्लिम धर्मगुरुओ और विचारकों को बुलाया जा रहा है। इस आयोजन को वो सम्पूर्ण भारत के हिन्दुओ से भिक्षा माँगकर कर रहे हैं।आज वो अपने शिष्यों के साथ भिक्षा मांगने पटना आये।
एक होटल में प्रेस वार्ता करते हुए उन्होंने विस्तार से विश्व धर्म संसद के विषय में जानकारी दी।विश्व धर्म संसद का आयोजन 17,18,19,20 और 21 दिसंबर 2024 को गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन के द्वारा अन्य संस्थाओं के सहयोग से किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि संपूर्ण विश्व में अपने मजहब के नाम पर निर्दोष जनों की हत्या करने का नाम ही इस्लामिक जिहाद है और ये सिखाने वाले संपूर्ण मानवता के अपराधी हैं। इनसे आज विश्व के सभी गैर मुस्लिमो को संघर्ष करना ही होगा।इस बार के लोकसभा चुनावों में जिस तरह से भारत के प्रधानमंत्री को जगह जगह अपनी सभाओ में इस्लामिक जिहाद की चर्चा करनी पड़ा,ये बहुत ही चिंता की बात है।यह दर्शाता है कि स्थिति अब कितनी खराब हो चुकी है। प्रधानमंत्री जी ने अपनी चुनावी सभाओं में वही सब कुछ कहा है जो हम पिछले अनेक वर्षों से कहते आ रहे हैं।आज प्रधानमंत्री जी की बात को गम्भीरता से लेकर इसका समाधान खोजने की जरूरत है।
हमे यह भी समझना पड़ेगा कि इस्लामिक जिहाद किसी समुदाय विशेष,किसी क्षेत्र विशेष या देश विशेष की समस्या नहीं है बल्कि सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिमो की समस्या है और इसके समाधान के लिये विश्व स्तर के प्रयास अति आवश्यक है। विश्व धर्म संसद इसका रास्ता खोजने का कार्य करेगी। विश्व धर्म संसद के लिए चारो पीठो के जगद्गुरु शंकराचार्य जी को मार्गदर्शन के लिये निवेदन किया जा चुका है।अब हम देश के सभी पंथों,सम्प्रदाय और धार्मिक समूहों के धर्मगुरुओ से विश्व धर्म संसद का सहयोगी बनने का निवेदन करेंगे।
प्रेस वार्ता में यति सत्यदेवानंद जी कहा कि जिहाद की विभीषिका को न समझने के कारण ही आज सम्पूर्ण मानवता विनाश की ओर तेजी से जा रही है।हम सनातन धर्म के मानने वाले इस्लामिक जिहाद के सबसे निरीह शिकार रहे हैं।इतने अवर्णनीय अत्याचारों के बाद भी हम विश्व को अपनी पीड़ा बता नहीं पाए जिसके कारण सम्पूर्ण विश्व इस्लामिक ज़िहाद को समझने में असफल हो गया।आज समय आ चुका है कि हम अपनी गलतियों को सुधारते हुए सम्पूर्ण विश्व को अपने साथ हो रहे अन्याय और अत्याचारों की सच्चाई से अवगत कराए और सम्पूर्ण विनाश को वैचारिक रूप से संघर्ष के लिये तैयार करें।हम विश्व धर्म संसद के माध्यम से अपनी यह जिम्मेदारी पूरी करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि जो अमानवीयता गत वर्ष 7 अक्टूबर को हमास के जिहादियों ने निर्दोष यहूदियों के साथ दिखाई और आज बांग्लादेश के निर्दोष हिंदुओ के साथ दिखा रहे हैं, वह उन्होंने हजारो बार हमारे साथ कि है। अब समय आ गया है कि हम हिन्दू दुनिया को दिखाए की हम अहिंसक हैं परंतु कायर या कमजोर नहीं। विश्व धर्म संसद एक दैवीय आयोजन होगा।हम इसको करने में कोई भी कसर नही छोड़ेंगे और इस आयोजन के बाद सम्पूर्ण विश्व का इस्लाम के जिहाद के बारे दृष्टिकोण बदल जायेगा।
हिन्दू स्वाभिमान के प्रमुख माधव लाल कश्यप ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है की सभी सनातनियो को अपने सभी मतभेदों को भुला कर अपने परिवार,अपने बच्चो और अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए स्वयं खड़ा होना पड़ेगा। हम अपने धर्म की रक्षा का कार्य किसी और पर नहीं छोड़ सकते।इस्लाम के जिहादियों से टक्कर लेने का कार्य सभी सनातानियो को ही करना होगा। हम हर तरह से महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के साथ हैं और उनके हर कार्य में सहयोग करेगे।
प्रेस वार्ता में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियो ने अपनी संपूर्ण शक्ति से विश्व धर्म संसद के सहयोग और समर्थन का संकल्प लिया।
प्रेस विज्ञप्ति